कांग्रेस पार्टी की ओर से थाने में दर्ज शिकायत में कहा गया है कि बुधवार को बिरसा चौक पर आयोजित कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से अपने मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया जा रहा था। पुलिस द्वारा बेवजह फायरिंग एवं लाठीचार्ज किया गया तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बेरहमी से पीटा गया। एफआईआर में बताया गया है कि राज्य में चल रहे भूमि अधिग्रहण संशोधन कानून के खिलाफ आंदोलन जो 5 जुलाई को झारखंड बंद एवं 16 जुलाई को महाधरना के उपरांत युवक कांग्रेस कार्यकर्ता आदिवासियों के जमीन बचाने को लेकर आंदोलन तेज करने के क्रम में विधानसभा का घेराव प्रदर्शन किया जा रहा था। मौके पर तैनात पुलिस पदाधिकारी एवं प्रशासन के अधिकारियों ने युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि आदिवासियों के बड़े हितैशी बनते हो, इतनी मार पड़ेगी कि आंदोलन करना भूल जाओगे और सुनियोजित तरीके से हवाई फायरिंग की गई, आंसू गैस एवं पानी छोडे गयए एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बेरहमी से पीटा गया।
यह लोग रहे मौजूद
शिकायतवाद में कांग्रेस नेताओं ने घटना के लिए वरिष्ठ आरक्षी अधीक्षक, नगर आरक्षी अधीक्षक, सदर अनुमंडल अधिकारी तथा जगरनाथापुर थाना प्रभारी को दोषी माना तथा प्राथमिकी दर्ज की। इस मौके पर अखिल भारतीय युवा काग्रेस कमिटी के अध्यक्ष केशव चन्द यादव, उपाध्यक्ष श्रीनिवासन, प्रभारी दीपक मिश्रा, इमरान खान आलमगीर आलम, सुबोधकांत सहाय, सुखदेव भगत, आलोक कुमार दुबे, डॉ इरफान अंसारी, सूर्यकांत शुक्ला, राजेश ठाकुर, लाल किशोर नाथ शाहदेव, आभा सिन्हा, संजय पाण्डेय, अनूप सिंह, डॉ तौसिफ, कुमार राजा, पूर्णिमा सिंह, राजेश सिन्हा सन्नी, परितोष सिंह, आलोक तिवारी, कमल ठाकुर, उज्ज्वल प्रकाश तिवारी, लक्ष्मीकांत मुख्य रुप से उपस्थित थे।