ख्यांग्ते ने कहा कि 25 जनवरी 1950 को भारत निर्वाचन आयोग का गठन किया गया और इसके बाद से अब तक दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में 17 लोकसभा चुनाव का सफल संचालन किया जा चुका है और इससे आयोग की प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि आयोग स्वतंत्र निष्पक्ष और भयमुक्त वातावरण में चुनाव संपन्न कराने में हमेशा से प्रतिबद्ध रहा है।
उन्होंने चुनाव में मीडिया की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि आकाशवाणी और दूरदर्शन जैसे सरकारी मीडिया संस्थानों की भूमिका और बढ़ जाती है। ख्यांग्ते ने कहा कि चुनाव में उम्मीदवारों द्वारा खर्च की निगरानी करने के लिए भी आयोग द्वारा मॉनिटरिंग की जाती है और इस मॉनिटरिंग में मीडिया भी चुनाव आयोग का एक अहम हिस्सा है। उन्होंने मतदाता जागरूकता में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की भूमिका को अहम बताते हुए कहा कि मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी के लिए मीडिया की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि चुनाव के दौरान बीएलओ की भूमिका के साथ ही बी एल ए (बूथ लेवल एजेंट) की जिम्मेवारी भी काफी महत्वपूर्ण होती है, लेकिन अब तक किसी भी राजनीतिक दल ने इस मामले में दिलचस्पी नहीं दिखाई।