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रतलाम

5 साल कांग्रेस 20 साल रहा भाजपा का राज, फिर भी नहीं मिली महिलाओं को ये छोटी सी सुविधा

25 सालों में एक बार कांग्रेस से महापौर और 4 बार भाजपा से महापौर बनने के बाद भी शहर की महिलाओं को छोटी सुविधा का लाभ नहीं मिल पाया है, ऐसे में ये साफ कहा जा सकता है कि दोनों की पार्टियों ने यहां महिलाओं से जुड़ी इस समस्या पर आज तक ध्यान नहीं दिया, जबकि हर साल वोट लेने से पहले हर मांग को पूरा करने का दावा किया जाता रहा है।

रतलामJul 02, 2022 / 01:23 pm

Subodh Tripathi

5 साल कांग्रेस 20 साल रहा भाजपा का राज, फिर नहीं मिली महिलाओं को ये छोटी सी सुविधा

5 साल कांग्रेस 20 साल रहा भाजपा का राज, फिर नहीं मिली महिलाओं को ये छोटी सी सुविधा

रतलाम. शहर में चल रहे निकाय चुनाव में 13 जुलाई को मतदाता नगर निगम के छठे महापौर और पार्षदों लिए के लिए मतदान करेंगे। पहली परिषद से लेकर पांचवी परिषद तक हर महापौर ने बाजार में महिलाओं के लिए सुविधाघर बनाने के लिए दावे, वादे और प्रयास किए, लेकिन इसमे सफलता अब तक किसी को नहीं मिल पाई।

नगर निगम की जब पहली परिषद के रुप में महापौर के रुप में जयंतिलाल जैन ने 5 जनवरी 1995 को कार्यभार संभाला था, तब शहर के सबसे बड़े सार्वजनिक सुविधाघर बन चुके चांदनीचौक के गोल चक्कर के लिए योजना बनाई। आजादी के लिए आंदोलन इसी में हुआ था, इसलिए योजना में रुकावट आई। तब से अब तक योजना गति नहीं पकड़ पाई। महिलाओं ने जब अपनी समस्या बताई तो दावा किया गया कि उनकी समस्या का हल होग, लेकिन इसमे सफलता किसी महापौर को नहीं मिल पाई।

घोषणा सभी ने की इसके लिए

जैन के बाद 5 जनवरी 2000 को पारस सकलेचा निर्दलीय रुप से जीतकर आए। इनके बाद 5 जनवरी 2005 को आशा मोर्य, 9 जनवरी 2010 को शैलेंद्र डागा, 1 जनवरी 2015 को डॉ. सुनीता यार्दे ने कार्यभार संभाला। बाजार क्षेत्र में महिलाओं के लिए सुविधाघर बनाने पर वैचारिक रुप से सहमति तो हर महापौर ने दी, लेकिन इसके लिए अब तक कामकाज शुरू नहीं हो पाया।

इन्होंने की कोशिश, सफलता नहीं मिली

तत्कालीन महापौर डॉ. यार्दे ने इसके लिए प्रयास किए। शहर के डालूमोदी बाजार स्थित डॉ. देवीसिंह की गली में स्थल चयन हुआ और तत्कालीन एमआईसी सदस्य अरूण राव निर्माण के लिए भी पहुंचे, लेकिन स्थानीय नागरिकों के विरोध के बाद नगर निगम ने इस योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया।

इसलिए जरूरी है

असल में शहर के चांदनीचौक, चौमुखीपुल, घांसबाजार, नोलाईपुरा, बजाजखाना, धानमंडी, दो बत्ती, राममंदिर, अलकापुरी आदि वो क्षेत्र हैं, जहां पर जिले के ग्रामीण अंचल में बड़ी संख्या में खरीदी के लिए लोग आते है। पुरुषों को तो सुविधाघर के अभाव में अधिक परेशानी नहीं होती है, लेकिन महिलाओं को इसके लिए परेशान होना पड़ता है। शहर में नगर निगम ने स्वच्छता अभियान 2023 की शुरुआत भी कर दी है, लेकिन बाजार में महिलाओं के लिए सुविधाघर के बारे में अब तक ध्यान नहीं दिया गया है।

कब कौन रहा महापौर

महापौर – शपथ ली – कार्यकाल का अंतिम दिन

-जयंतिलाल जैन – 5 जनवरी 1995 – 4 जनवरी 2000(कांग्रेस)

-पारस सकलेचा – 5 जनवरी 2000 – 4 जनवरी 2005(भाजपा)

आशा मौर्य – 5 जनवरी 2005 – 4 जनवरी 2010 (भाजपा)

शैलेंद्र डागा – 9 जनवरी 2010 – 31 दिसंबर 2014 (भाजपा)

डॉ. सुनीता यार्दे – 1 जनवरी 2015 – 31 दिसंबर 2019 (भाजपा)

प्रशासक रहे पद पर

रूचिका चौहान – 2 जनवरी 2020 – 23 अगस्त 2020

गोपालचंद्र डाड – 24 अगस्त 2020 – 9 मई 2021

कुमार पुरुषोत्तम – 10 मई 2021 – 16 मई 2022

नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी – 17 मई 2022 से निरंतर

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