ज्योतिषी रावल ने बताया कि अक्षय का अर्थ होता है जो कभी क्षय न हो। इस दिन किया जाने वाला हर शुभ कार्य बेहतर माना गया हैै। पुराणों के अनुसार आज के दिन किए गए कार्यो का फल लंबे समय तक मिलता रहता है। आज के दिन किए गए शुभ काम का फल अक्षत रहता है, इसलिए ही इसको अक्षय तृतीया कहा जाता है। इन सब के बीच इस बात का विशेष रुप से ध्यान रखना चाहिए कि वो काम न हो, जो इस दिन के लिए वर्जित है।
आज न करें ये काम, नाराज हो जाती हे लक्ष्मी
ज्योतिषी रावल ने बताया कि आज के दिन गलती से भी तुलसी जी को बगैर स्नान किए नहीं तोडऩा चाहिए। तुलसी जी भगवान विष्णु को प्रिय है। एेसे में विष्णुप्रिया लक्ष्मी इस बात से नाराज हो जाती है। इसलिए ये जरूरी है कि आज के दिन बगैर स्नान के तुलसी जी को न तोड़ा जाए। इसके अलावा घर के पूजा स्थल पर बगैर स्नान किए प्रवेश नहीं करना चाहिए। इतना ही नहीं, आज के दिन संध्या को अगर तुलसी जी को दीपक नहीं लगाया तो भी लक्ष्मी नाराज हो जाती है। इसलिए आज दीपक लगाना जरूर याद रखें। अगर आज किसी ने उपवास किया है या व्रत किया है तो इस बात का ध्यान रखे कि अन्न का सेवन गलती से भी न करें।
ज्योतिषी रावल ने बताया कि आज के दिन गलती से भी तुलसी जी को बगैर स्नान किए नहीं तोडऩा चाहिए। तुलसी जी भगवान विष्णु को प्रिय है। एेसे में विष्णुप्रिया लक्ष्मी इस बात से नाराज हो जाती है। इसलिए ये जरूरी है कि आज के दिन बगैर स्नान के तुलसी जी को न तोड़ा जाए। इसके अलावा घर के पूजा स्थल पर बगैर स्नान किए प्रवेश नहीं करना चाहिए। इतना ही नहीं, आज के दिन संध्या को अगर तुलसी जी को दीपक नहीं लगाया तो भी लक्ष्मी नाराज हो जाती है। इसलिए आज दीपक लगाना जरूर याद रखें। अगर आज किसी ने उपवास किया है या व्रत किया है तो इस बात का ध्यान रखे कि अन्न का सेवन गलती से भी न करें।
पीले वस्त्र का है महत्व
ज्योतिषी रावल ने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन पीले वस्त्र का विशेष महत्व है। आज संध्या को पूजन करने वाले लोग किसी भी हाल में पीले के अतिरिक्त अन्य वस्त्र नहीं पहने। इसके अलावा जो लोग नियमित रुप से गायत्री का या अन्य मंत्र का जप करते है, उनको पीले के अतिरिक्त अन्य वस्त्र नहीं पहनना चाहिए।
ज्योतिषी रावल ने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन पीले वस्त्र का विशेष महत्व है। आज संध्या को पूजन करने वाले लोग किसी भी हाल में पीले के अतिरिक्त अन्य वस्त्र नहीं पहने। इसके अलावा जो लोग नियमित रुप से गायत्री का या अन्य मंत्र का जप करते है, उनको पीले के अतिरिक्त अन्य वस्त्र नहीं पहनना चाहिए।
जरा भी न हो ये गलती आज
ज्योतिषी रावल ने बताया कि लक्ष्मी प्राप्ती के लिए अनेक प्रकार के उपाय बताए गए है। शाम के समय गाय को चारा या अन्य प्रकार का भोजन कराने से लक्ष्मी प्रसन्न होती है। इसके अलावा आज के दिन किसी को भोजन नहीं कराकर स्वयं भोजन करने से वर्ष तक के लिए लक्ष्मी नाराज होती है। इसलिए ये बेहद जरूरी है कि भूलकर भी किसी को नाराज करके स्वयं भोजन न करें।
ज्योतिषी रावल ने बताया कि लक्ष्मी प्राप्ती के लिए अनेक प्रकार के उपाय बताए गए है। शाम के समय गाय को चारा या अन्य प्रकार का भोजन कराने से लक्ष्मी प्रसन्न होती है। इसके अलावा आज के दिन किसी को भोजन नहीं कराकर स्वयं भोजन करने से वर्ष तक के लिए लक्ष्मी नाराज होती है। इसलिए ये बेहद जरूरी है कि भूलकर भी किसी को नाराज करके स्वयं भोजन न करें।