आशीष पाठक@रतलाम। रेल यात्रियों को एक ही जगह सभी सुविधाएं देने रेलवे नया मोबाइल एप्लीकेशन लांच करने जा रहा है। इसमें यात्रियों को 17 प्रकार की सुविधाएं मिलेंगी। इस समय ट्रेन की लोकेशन से लेकर शिकायत करने के लिए अलग-अलग एप हैं। नए एप से मंडल के यात्रियों को अधिक लाभ होगा।
दरअसल लंबे समय से रेल मंत्री सुरेश प्रभु के पास यात्रियों के सुझाव पहुंच रहे थे कि अब तक मौजूद एप को चलाने के लिए अलग-अलग डाउनलोड करना पड़ता है। इसलिए बेहतर है कि ऐसा एप बनाया जाए जिसमें सभी सुविधाएं मौजूद हों। इसके बाद निर्णय लिया गया कि क्रिस से इस प्रकार के एप बनाने को कहा जाए।
मंडल में मिलेगा लाभ
आमतौर पर 131 नंबर हेल्पलाइन बंद होने के बाद यात्रियों की शिकायत है कि नया नंबर 139 आसानी से नहीं लगता है। ऑनलाइन नेटवर्क खराब होने पर ट्रेन का शेड्यूल देखना आसान नहीं होता। इसके चलते वे ट्रेन लेट होने की स्थिति में भी समय के पूर्व स्टेशन पहुंच जाते हैं। नए एप आने के बाद यात्रियों को परेशानी नहीं होगी।
अब अधिक आसान होगी यात्रा
रेलवे अधिकारियों के अनुसार अब तक विभिन्न एप का संचालन निजी हाथों में रहा। नया एप रेलवे स्वयं लांच करेगा। रेलवे का संगठन क्रिस तैयार कर चुका है और प्रायोगिक रूप से चलाया जा रहा है। इसमें पीएनआर, टिकट कैंसल, ट्रेन का शेड्यूल सहित लाइव स्टेटस की जानकारी रहेगी। इसके अलावा शिकायत होने पर रेलवे अलग से एक प्लेटफॉर्म देगा, जिसमें सभी शिकायत की जा सकेंगी। अधिकारियों का दावा है कि इससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी।
ये सुविधाएं मिलेंगी
– ट्रेन के आने-जाने की जानकारी।
– पीएनआर से जुड़ी जानकारी।
– सीट उपलब्धता की जानकारी।
– ट्रेन की लोकेशन की जानकारी।
– यात्रा में किराए की जानकारी।
– ट्रेनों की लाइव स्थिति की सूचना।
– आईआरसीटीसी के माध्यम से टिकट बुकिंग की सुविधा।
– गूगल मेप व ट्रेन का रुट।
– फोटो शेयरिंग, एसएमएस व ई-मेल की सुविधा।
– ट्रेन का शेड्यूल प पीएनआर को सेव करने की सुविधा।
– विशेष अवसर पर चलने वाली साप्ताहिक व विशेष ट्रेन की जानकारी।
– ट्रेन में सीट व उसका मेप।
– ट्रेन निरस्त होने की जानकारी।
– खाने की बुकिंग का आप्शन।
– कन्सेशन व फेयर की जानकारी।
– रेलवे से जुडे़ सभी हेल्पलाइन नंबर।
इस माह होगा लांच
इस माह रेलवे एक नए मोबाइल एप को लांच करने जा रही है। फिलहाल इसका प्रयोग चल रहा है। अब तक ये सफल रहा है। इसमें यात्रियों को 17 प्रकार की सुविधा मिलेगी।
– आरके वर्मा, सचिव, रेलवे बोर्ड