तीन प्रमुख मांगों पर इस तरह निर्णय
पहली: ठेकेदारों को नगर निगम में भटकाया जा रहा है।
सहमति: निगमायुक्त ने आश्वस्त कराया है कि अब संबंधित कार्यो की फाइल पर सात दिनों के भीतर निर्णय लेकर भुगतान कर दिया जाएगा, ठेकेदार चक्कर नहीं काटेंगे।
दूसरी: लंबे समय से कई कार्यो का भुगतान रोका गया है।
सहमति: चर्चा के दौरान इस बिन्दु पर सहमति बनी कि अब जोन वाइस आने वाली रिपोर्ट के आधार पर भुगतान की प्राथमिकता तय की जाएगी, रूके भुगतान जारी होंगे।
तीसरी: बार बार वापस लौटाई जा रही है सही कार्यो की रिपोर्ट।
सहमति: ठेकेदार एसोसिएशन की इस मांग पर पूरी तरह सहमति नहीं बनी, लेकिन आयुक्त ने आश्वस्त कराया कि बिना ठोस वजह के फाइल दोबारा नहीं भेजी जाएगी।
ठेकेदार एसोसिएशन ने अपनी मांगों और आयुक्त की ओर से जारी गतिरोध को लेकर महापौर डॉ. सुनीता यार्दे से बात की थी। इसके बाद महापौर ने आयुक्त से चर्चा कर एसोसिएशन की मांगे जानने पर बात की। सोमवार की शाम को चर्चा के बाद मंगलवार सुबह आयुक्त ने एसोसिएशन को चर्चा के लिए समय दिया और बंद कक्ष में बात हुई।
बंद पड़े कार्यो को लेकर बन रहा था माहौल, कई पार्षद साथ आए
ठेकेदार एसोसिएशन के अचानक कार्य बंद कर देने से शहर के कई वार्डो में जारी निर्माण पर असर होने लगा था। इसके बाद पार्षदों ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कार्यो को पूरा कराने का दबाव बनाया, सत्तापक्ष के एक पार्षद समझौता चर्चा में भी शामिल थे। हालांकि इसका कारण उन्होंने ठेकेदार एसोसिएशन से जुड़ाव बताया है।
मांगों पर सहमति, कार्य शुरू
हमने अपनी मांगे स्पष्ट कर दी थी, आयुक्त के साथ चर्चा के दौरान इन सभी पर बात हुई है। हमारी सभी प्रमुख मांग पर सहमति बन गई है, आज से सभी कार्य शुरू करेंगे।
– मनसुखलाल माली, अध्यक्ष ठेकेदार एसोसिएशन रतलाम
मांगोंं पर की है चर्चा
ठेकेदार एसोसिएशन के साथ चर्चा के दौरान उनकी मांगों पर बात की गई है, हमने अपनी ओर से आश्वस्त कराया है कि मांग अनुसार भुगतान प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी।
– एसके सिंह, आयुक्त नगर निगम रतलाम