शहर के रायल ऑपटिक्ल के पास चाय की दुकान लगाने वाले एक व्यक्ति के नाम से दिल्ली के एक व्यक्ति ने एक करोड़ 30 लाख रूपए का लोन ले लिया। जिसकी शिकायत संबंधित ने कोतवाली पुलिस में की। जब पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की तो सामने आया कि लोन लेने वाले की मौत हो चुकी है और लोन की किश्त समय पर जमा हो रही है। आगे की जांच के लिए कोतवाली पुलिस दिल्ली रवाना हुई है।
चाय दुकान संचालक राकेश पंवार ने बताया कि कुछ दिनों पहले मुझे दुकान के लिए लोन चाहिए था। इसलिए बैंक ऑफ बड़ोदा बैंक गया। यहां पर असिस्टेंट मैनेजर वरूण से मिला। उन्होंने मुझे कहा कि आपकी सिविल चैक करना पड़ेगी। जब मेरी सिविल चैक की तो दिल्ली में करीब एक करोड़ 30 लाख रूपए का लोन लेना बताया। जो मैंने नहीं लिया। इसके बाद मैंने शिकायत कोतवाली थाने में की। मैंने केवल एक ३६ हजार का गोल्ड लोन आईसीआईसीआई बैंक से लिया था।
थानाप्रभारी विनोद ङ्क्षसह कुशवाह ने बताया कि दिल्ली के जनकपुरी के सेंट मारकर सीनियर पब्लिक स्कूल के शिक्षक राकेश पंवार ने एक करोड़ 30 लाख रूपए का लोन लिया था। वहां के प्राचार्य खरे से बात हुई तो उन्होंने बताया कि राकेश की मौत हो चुकी है। जांच में सामने आया कि लिए गए लोन की किश्त समय पर जमा हो रही है। थानाप्रभारी कुशवाह ने बताया कि किश्त कौन जमा कर रहा है। इसकी जांच की जाएगी। चूंकि दोनों का नाम राकेश है इसलिए गलती से कागजात लगाए या धोखाधड़ी की गई है इसकी जांच भी की जाएगी।