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रतलाम

मुक्ति का मार्ग सनातन धर्म और ग्रन्थ श्रीमद भागवत

श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ निरंतर जारी

रतलामMay 22, 2022 / 05:56 pm

Yggyadutt Parale

मुक्ति का मार्ग सनातन धर्म और ग्रन्थ श्रीमद भागवत

मुक्ति का मार्ग सनातन धर्म और ग्रन्थ श्रीमद भागवत

रतलाम. महामंडलेश्वर चिदम्बरानन्द सरस्वती ने कहा है कि एक मात्र सनातन धर्म है, जो मौत के भय से निर्भय बनाकर अभय बनाता है। मौत सामने खड़ी है लेकिन फिर भी सात दिन में शुकदेवजी ने राजा परीक्षित को मुक्ति प्रदाता श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करवाकर अभय पद में प्रतिष्ठित कर दिया। जीते जी जीवन मुक्ति प्रदान करने का मार्ग सनातन धर्म और ग्रन्थ श्रीमद भागवत है। इसलिए जब भी अवसर मिले कथा का श्रवण अवश्य करना चाहिए इससे ने केवल कलियुग के दोषों से रक्षा होती है बल्कि भक्ति, ज्ञान और वैराग्य भी जीवन में प्रकट होते है।
अखंड ज्ञान आश्रम में ब्रह्मलीन संत ज्ञानानन्द के 31वें स्मृति महोत्सव के तीसरे दिन शनिवार को श्रीमद् भागवत कथा का वे श्रवण करवा रहे थे।

व्यास पीठ से कहा की धर्म की सदैव जय होती है। समय और परिस्थितिवश कभी अधर्म – असत्य समाज में लोगों को प्रभावित और भ्रमित करता नजर आता है लेकिन उसका प्रभाव स्थायी नहीं होता है। विश्वास कीजिये सत्य की नाव हिलेगी और डुलेगी भी सही मगर डूबेगी नहीं। सत्य के पक्ष में जो खड़ा है उसकी विजय सुनिश्चित है। हमारे संत और ग्रन्थ हमें हमेशा सत्य के मार्ग पर नित नवीन उत्साह के साथ आगे बढने को प्रेरित करते है।
इन्होने किया स्वागत

शुरू में भाजयुमो जिलाध्यक्ष विप्लव जैन, पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी, अशोक चौटाला, राजेन्द्र वाघेला, विजय उपाध्याय, नित्येंद्र आचार्य, विशाल वर्मा, केबी व्यास, आदि ने स्वागत कर आशीर्वाद लिया। संचालन कैलाश व्यास ने किया।
नरसिंह जैसी भक्ति करों भगवान प्रसन्न रहेंगे
शहर के 80 फीट रोड स्थित रामेश्वर महादेव मंदिर में नानीबाई का मायरा चल रहा है। आयोजक अनोखीलाल रुकमणी दुबे है। पांच दिवसीय आयोजन के तीसरे दिन पंडित अनिरुद्ध मुरारी ने धर्मावलंबियों को भगवान नरसिंह की भक्ति पर प्रवचन दिया। मुरारी ने कहा कि नरसी जैसी भक्ति करो तो ऐसी करो की भगवान प्रसन्न हो जाए। प्रसंग के दौरान बार-बार आवजो ठाकुर जी म्हारे पावड़ा पर श्रद्धालुजन मंत्रमुग्ध होकर झूम उठे। इस दौरान कहा कि बिना स्वार्थ के ईश्वर की भक्ति करनी चाहिए। ईश्वर निश्चित रूप से आप को आशीर्वाद देंगे। समापन पर महाआरती श्री श्रीमाली ब्राह्मण समाज अध्यक्ष प्रकाशचंद्र व्यास ने की। इस दौरान पूर्व पार्षद देवशंकर पांडे, राजकमल दुबे, पवन परमार, शंकरलाल मालवीय, लक्ष्मण पाठक आदि उपस्थित थे। नानी बाई के मायरे का समापन रविवार को होगा।

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