महिला अधिकारी ने पीडि़ता बालिकाओं के बयान दर्ज किए एसडीएम आर्य ने बताया कि बाल कल्याण समिति सदस्य कैलाश नारायण, जीवराज पुरोहित, वीरेंद्र कुलकर्णी तथा सुनीता अवतानिया ने बताया कि लड़कियों के भागने का पहला मामला नहीं है, पूर्व में करीब 4 बालिकाएं फरार हो चुकी है। बालिकाओं के सुपुर्दगी पत्र पर सदस्यों को हस्ताक्षर जबरन करवा लेती थी, समिति समक्ष प्रस्तुत ही नहीं किया जाता था। बालिका गृह से जुड़ा मामला पुलिस के पास आने के बाद गुरुवार को पुलिस की महिला अधिकारी ने पीडि़ता बालिकाओं के बयान दर्ज किए। वन स्टॉप सेंटर में मौजूद बालिकाओं में शामिल आठ बालिकाओं के अब तक बयान हो चुके है। शेष बालिकाओं के बयान अब शुक्रवार को होंगे। पुलिस में बयान दर्ज कराए जाने के बाद इन सभी के धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के समक्ष भी बयान दर्ज कराए जाएंगे, जिससे कि बाद में किसी प्रकार की परेशानी न हो।
एनजीओ के अध्यक्ष संदेश जैन तथा सचिव दिलीप बरैया गिरफ्तार एसडीएम आर्य ने बताया कि बालिका गृह के संचालन के लिए इस एनजीओ को अब तक शासन की और करीब 38 लाख रुपए का अनुदान मिल चुका है। वहीं इनके द्वारा शहर की कई सामाजिक संस्थाओं से भी दान की राशि प्राप्त की है। रिकॉर्ड में 16 कर्मचारियों के नाम लिखे थे, लेकिन मौके पर महज 4 कर्मचारी ही पाए गए। जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने डॉ. रचना भारतीय, उसके पति ओमप्रकाश भारतीय के साथ एनजीओ के अध्यक्ष संदेश जैन तथा सचिव दिलीप बरैया को गिरफ्तार कर लिया है। ओद्योगिक क्षैत्र थाने पर गुरुवार को प्रभारी नायब तहसीलदार सीएल टांक की रिपोर्ट पर पुलिस ने चारौ आरोपियों पर लैगिंग अपराधों से बालकों का सरंक्षण अधिनियम (पास्को एक्ट) की धारा तथा किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम की धारा 75 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।