भारतीय जनता पार्टी की तरफ से निगम सभापति के लिए दो दावेदार थे। पहली बार पार्षद बने दिलीप गांधी और तीसरी बार पार्षद बनी मनीषा मनोज शर्मा की दावेदारी मजबूत थी। तीसरा नाम भगतसिंह भदौरिया का चला था लेकिन बाद में संगठन से ना होने के बाद उनका नाम वापस हो गया। बचे दो नामों के बीच सहमति बनाने के लिए मंगलवार को चुनाव के लिए आए संगठन के पदाधिकारी ने एक नाम तय कर दिया। सुबह तक नाम गोपनीय रखा गया किंतु निगम का सम्मेलन शुरू होने से पहले नाम सार्वजनिक हो गया।
नगर पंचायत आलोट और धामनोद में भाजपा की अध्यक्ष निर्वाचित हो गई हैं। आलोट में भाजपा की तरफ से खड़ी हुई ममता विमल जैन के सामने निर्दलीय पार्षद का चुनाव जीतकर आए पूर्व नपं अध्यक्ष पवन शर्मा खड़े हुए थे। भाजपा की ममता जैन को 11 और पवन शर्मा को महज 4 वोट मिले।
धामनोद नगर पंचायत में भी भाजपा का कब्जा हो गया है। भाजपा की तरफ से दुर्गा अजय डिंडोर को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। धामनोद नगर पंचायत में भाजपा के पार्षदों की संख्या ज्यादा 11 है जबकि कांग्रेस 1 और 3 निर्दलीयों की संख्या कम होने से दुर्गा निर्विरोध निर्वाचित घोषित की गई।
ताल नगर पंचायत में भाजपा के मुकेश परमार ने बाजी मार ली है। यहां भाजपा 4, कांग्रेस 5 और निर्दलियों की संख्या 6 थी। इससे चुनाव रोचक हो गया था। भाजपा ने मुकेश परमार पर दाव खेला और भाजपा ने बाजी मार ली। मुकेश परमार को 11 वोट मिले जबकि कांग्रेस की तरफ से खड़़े हुए बंकट राठौड़ को महज चार वोट मिले।