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चुनाव से पहले मंडी के खरीदी नियमों में कैसे उलझा किसान…पढ़े पूरी खबर

चुनाव से पहले मंडी के खरीदी नियमों में कैसे उलझा किसान…पढ़े पूरी खबर

रतलामOct 23, 2018 / 11:19 pm

Gourishankar Jodha

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चुनाव से पहले मंडी के खरीदी नियमों में कैसे उलझा किसान…पढ़े पूरी खबर

रतलाम। चुनाव के पहले सोयाबीन-मक्का लेकर मंडी में फ्लैट भावांतर भुगतान योजना का लाभ लेने पहुंच रहे किसान परेशान है। उपज बैचने के लिए सर्वर जाम, यूनिक आईडी नंबर के लिए तो कोई दस्तावेजों की फोटो कॉपी, कोई मोबाईल, वाहन क्रमांक तो कोई आधार नहीं होने के कारण जुझता नजर आया। खरीदी के तीसरे दिन तक पंजीयन की तकनीकी व्यवस्था नहीं सुधरी तो किसानों की लम्बी-लम्बी कतार मंडी परिसर में लगती चली गई, चिलचिलाती धूप में घंटों खड़े रहकर किसानों ने पंजीयन क्रमांक प्राप्त किए, तो नीलामी करीब आधा से एक घंटे देरी से शुरू हुई। शाम तक हालात यह हो गए कि 450 ट्राली में से मात्र 150 ट्राली नीलाम हो पाई, 300 के करीब ट्राली के साथ किसान मंडी में रात गुजारने को मजबूर हो गए। इसमें से कई किसान जो भाड़े पर वाहन लेकर आए तो उनके लिए लाभ का सौदा घाटे का साबित हो गया।
पंजीयन में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा
किसान कमलसिंह घटवास ने बताया कि मैं सुबह 5 बजे का आया हूं और 195 नंबर ट्राली है, जो नीलाम नहीं हुई। भाड़े के वाहन में सोयाबीन भरकर लाया, जिसकी भरपाई कर घाटा सहन करना पड़ेगा। रबि सीजन में काम का समय और मंडी में गुजारना पड़ेगी। सुबह पंजीयन में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। गोवर्धनलाल पाटीदार ने बताया कि भरी दोपहरी में लाइन में अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं, मंडी प्रशासन द्वारा ना तो टेंट की व्यवस्था की गई और ना ही पंजीयन की व्यवस्था सुधारी जा रही है। पंजीयन के बाद शाम तक ट्राली का नंबर नहीं आया और नीलामी बंद कर दी गई, किसान खासे परेशान हो रहे हैं। करमदी के कृषक राजेश पुरोहित ने बताया कि मैं सुबह से मक्का लेकर आया दोपहर बाद मेरा नंबर आया। मंडी प्रशासन व्यवस्था नहीं कर पा रहा है और किसान परेशान हो रहा है। कई वाहन शाम तक नीलाम नहीं हुए।
10 हजार तक नगद भुगतान, बाकि आरटीजीएस और एनइएफटी से

कृषि उपज मंडी सचिव एमएल बारसे ने बताया कि 250 के करीब वाहन नीलामी होना शेष रह गए, नया सिस्टम है इंट्री करने में परेशानी आ रही है। नीलामी के दौरान कई किसानों को पंजीयन क्रमांक नहीं मिले तो वह भी पंजीयन कराने केंद्र पर आया इसके बाद उसकी उपज नीलाम की गई। सभी किसानों की उपज नीलाम करवाई जाएगी। दो-तीन दिन में व्यवस्था सुधर जाएगी। तीन केंद्रों पर पंजीयन हो रहे हैं, रात में आने वाले किसानों के रात पंजीयन किए जा रहे हैं। किसान को 10 हजार रुपए तक ही नगद भुगतान किया जाएगा। इससे अधिक की राशि का भुगतान व्यापारी आरटीजीएस और एनईएफटी करेंगा। किसान बंधु भी उसी सीमा में राशि प्राप्त करें, किसी प्रकार का दबाव न बनाए, तभी योजना का लाभ मिल सकेंगा।
बाहर तौल पर जा रहे वाहन रोके
सोमवार को भी कुछ व्यापारियों द्वारा नीलामी के बाद गेहूं, सोयाबीन बाहर तुलवाने के लिए पहुंचाए। जिन्हे सख्ती से सुरक्षाकर्मियों ने रोककर पुन: अंदर तुलवाने की हिदायत दी। इस मध्य शिवगढ़ का एक वाहन चालक ने गेहूं की पीकअप बाहर तौलकांटे पर ले जाने के लिए सुरक्षाकर्मी से जमकर बहस की। अंतत: उसके वाहन को अंदर तौल के लिए पहुंचाया। मंडी सचिव ने बताया कि तौल के लिए बाहर ले जा रहा था, उसे चेतावनी देकर अंदर ही तुलवाया।
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