अब ठेकेदार के कर्मचारियों को भी मिलेगा पूरा वेतन
रेल मंडल में पांच हजार से अधिक को होगा लाभ
अब ठेकेदार के कर्मचारियों को भी मिलेगा पूरा वेतन
रतलाम. ठेकेदार के अधिन काम करने वाले कर्मचारियों को खुश कर देने वाली खबर है। रेलवे ने निजी कंपनियों के कर्मचारियों को पूरा वेतन मिले व उस पर कैंची नहीं चले इसके लिए लेबर पेमेंट मैनेजमेंट पोर्टल(एलपीएमपी) तैयार कर लिया है। इसको आगामी ३१ अगस्त से शुरू किया जा रहा है। इसके बाद ठेकेदार अपने कर्मचारियों को मनमर्जी का वेतन नहीं दे पाएंगे। रेल मंडल में ही इस निर्णय से कम से कम पांच हजार उन कर्मचारियों को लाभ होगा जो ठेकेदार के अंडर में कार्य कर रहे है।
असल में रेलवे में ठेकेदार के कर्मचारियों की ये शिकायत रहती है कि उनको पूरा वेतन नहीं मिलता है। कुछ समय पूर्व तो ट्रेन में सफाई करने वाले कर्मचारियों ने इसके चलते तीन बार काम बंद कर दिया था कि उनको वेतन नहीं मिल रहा है। इसके अलावा स्टेशन की सफाई करने वाले कर्मचारी भी पूर्व के ठेकेदार के समय इस तरह से अनेक बार काम बंद हड़ताल कर चूके है। इतना ही नहीं, रेलवे की स्टॉल पर काम करने वाले कर्मचारियों को तो ६ हजार से लेकर ७ हजार रुपए तक १२ घंटे तक काम करने के बदले मिलता है।
इस वर्ग के कर्मचारी होंगे शामिल
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार निर्माण, मरम्मत, खानपान सेवा, ट्रेन व स्टेशन पर सफाई करने वाले, संरक्षा के क्षेत्र में लगे कर्मचारी आदि को इसका लाभ मिलेगा। मंडल में इनकी संख्या पांच हजार से अधिक है। ये वो कर्मचारी है जो आए दिन शोषण के आरोप लगाता है। इनका न्यूनतम वेतन देने की शिकायत आम बात है। अब रेलवे ने इनको पूरा वेतन दिलवाने के लिए ही ये नया पोर्टल बनाया है।
हर कर्मचारी की रहेगी इसमंे जानकारी
इस पोर्टल में ठेके पर काम करने वाले हर कर्मचारी की जानकारी डालना ठेकेदार को अनिवार्य किया गया है। मंडल स्तर के अधिकारी वेतन के भुगतान पर इस मामले में नजर रखेंगे। जोन स्तर पर इसके लिए एक नोडल अधिकारी भी इसी माह बनाया जाने वाला है। इसमे १ सितंबर से ठेकेदार के कर्मचारी का रिकार्ड ऑनलाइन कर दिया जाएगा।
&रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र क्रिस ने कंट्रैक्ट लेबर पेमेंट मैनेजमेंट पोर्टल को बनाया है। इसकी शुरुआत ३१ अगस्त से होगी। निजी कंपनी-ठेकेदार कर्मचारियों को भुगतान पोर्टल के माध्यम से करेंगे।
– आरएन सुनकर, मंडल रेल प्रबंधक, रतलाम रेल मंडल
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