जीआरपी टीआई अभिषेक गौतम ने बताया कि घटना सुबह करीब साढ़े ११ बजे की है। न्यू रेलवे कॉलोनी के रोड नंबर दो में निवासरत रेलवे के सेक्शन इंजीनियर और ओबीसी संगठन के मंडल मंत्री अजयसिंह के पुत्र अक्षत की फंदा लगने से मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि इस घटना के समय उसकी मां और बहन घर में ही दूसरे कमरे में काम कर रहे थे और वह दूसरे कमरे में पढ़ाई कर रहा था। उसे जिम्नास्टिक का शौक था। सुबह करीब साढ़े ११ बजे वह पढ़ाई ही कर रहा था और कब उसने दरवाजे के दोनों हिस्सों में चेन लगाकर यह करतब करना शुरू कर दिया। इसी दौरान उसकी गर्दन चेन में फंस गई और इससे उसकी मौत हो गई। फिलहाल मर्ग कायम करके जांच की जा रही है।
अज्ञात ट्रैक्टर की टक्कर से दो भाइयों की मौत बाजना पुलिस थाने के गांव घोड़ाखेड़ा और रावटी रोड के घाट पर बीती रात अज्ञात ट्रैक्टर चालक ने बाइक सवार दो भाइयों को जोरदार टक्कर मार दी। इससे एक भाई की रात में ही बाजना के अस्पताल में मौत हो गई जबकि दूसरा भाई गंभीर रूप से घायल था। इसे बाजना से रात में ही रतलाम भेजा गया जहां उसने भी दम तोड़ दिया।
बाजना पुलिस ने बताया दुर्घटना बुधवार की शाम करीब साढ़े सात से आठ बजे के बीच की घोड़ाखेड़़ा और रावटी मार्ग पर आने वाले घाट की है। घोड़ाखेड़ा निवासी लक्ष्मण पिता सकुड़ा निनामा ४५ अपने छोटे भाई प्रेम पिता सकुड़ा निनामा २८ के साथ बाइक से कहीं जा रहा था। इसी दौरान घोड़ाखेड़़ा व रावटी के बीच आने वाले घाट पर पीछे से एक अज्ञात ट्रैक्टर के चालक ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों भाई बाइक सहित घाट पर गिरे और गंभीर रूप से घायल हो गए। उधर से गुजरने वाले किसी व्यक्ति ने दुर्घटना की सूचना बाजना पुलिस को दी और पुलिस ने मौके पर पहु्ंचकर घायलों को बाजना के स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया।
रात में छोटे भाई की मौत, सुबह बड़े की
पुलिस ने बताया कि रात में दोनों गंभीर रूप से घायल भाइयों को बाजना के स्वास्थ्य केंद्र में ले जाकर भर्ती किया गया। रात में ही छोटे भाई प्रेम की गंभीर स्थिति के चलते इलाज के दौरान मौत हो गई। बड़े भाई लक्ष्मण की स्थिति भी गंभीर होने से उसे रतलाम रैफर कर दिया गया था। इलाज के दौरान ही सुबह करीब चार बजे लक्ष्मण ने भी दम तोड़ दिया।
पुलिस ने बताया कि रात में दोनों गंभीर रूप से घायल भाइयों को बाजना के स्वास्थ्य केंद्र में ले जाकर भर्ती किया गया। रात में ही छोटे भाई प्रेम की गंभीर स्थिति के चलते इलाज के दौरान मौत हो गई। बड़े भाई लक्ष्मण की स्थिति भी गंभीर होने से उसे रतलाम रैफर कर दिया गया था। इलाज के दौरान ही सुबह करीब चार बजे लक्ष्मण ने भी दम तोड़ दिया।