ज्योतिर्विद पं. सोमेश्वर जोशी ने बताया हैं कि दीपावली के पहले पुष्य नक्षत्र में की गई हर तरह की खरीदारी अक्षय फल देती है। पुष्य नक्षत्र का स्वामी शनि है, जो लंबे समय तक रहने वाला ग्रह है, इसलिए इस नक्षत्र में की गई खरीदी लंबे समय तक साथ रहती है। पुष्य नक्षत्र 21 अक्टूबर शाम 5.31 से दूसरे दिन 22 अक्टूबर को शाम 4.38 तक है। इस नक्षत्र में गाड़ी, मकान, दुकान, सोना, बर्तन की खरीदारी शुभ रहेगी। पुष्य नक्षत्र का स्वामी शनि, इसमें खरीदी लंबे समय तक साथ देती है। अंक ज्योतिष में भी 4 और 8 का योग लाभदायक पुष्य नक्षत्र में चंद्रमा कर्क राशि में रहेगा, जो राशि क्रम में 4 नंबर पर है। चंद्रमा राशि स्वामी भी है। पुष्य 8वां नक्षत्र है। अंक ज्योतिष में 4 और 8 अंक का स्वामी शनि है। इसलिए पुष्य स्वामी शनि, अंक ज्योतिष से भी दिनांक के स्वामी रहेंगे। इस तरह यह सुखद संयोग लाभ दिलाने वाला होगा।
18 अक्टोबर-अमृत योग, मित्र योग-सोने, चाँदी, सुहाग आभूषण, वस्त्र शुभ फल देगा।
21 अक्टूबर-सोमपुष्य, सर्वार्थसिद्धि, अमृत, प्रवर्ध, रत्ननाकुर योग, स्वग्रही चंद्र, शुक्र, राहु. सोनाए चांदी और अन्य कीमती बर्तन, वस्त्र इलेक्टिक वस्तुओं की खरीदी की जाना चाहिए।
22 अक्टूबर-मंगलपुष्य, सर्वार्थसिद्धि, अमृत, प्रवर्ध योग स्वग्रही चंद्र, शुक्र, राहु.भूमि, मकान, धातु की खरीदी के लिए श्रेष्ठ समय है। मंगल जमीन, भवन की खरीदी के लिए भी शुभ माना जाता है। व्यापारी इस दिन बहीखाता, कलम, दवात और पंचांग आदि खरीदें।
24 अक्टोबर-गुरुवार एकादशी, सिंह चंद्र-फल. वस्त्र, आभूषण खरीदी लाभ।
25 अक्टूबर- शुक्रवार त्रयोदशी, प्रदोष, धनतेरस, धन्वन्तरी जयंती, प्रशस्तयोग-रात्रि 7.07 बजे शुरू होगी। 26 अक्टूबर शनिवार को दोपहर 3.46 बजे तक रहेगी, इसीलिए इस दिन खरीदी और पूजन का महत्व बढ़ गया है।
15 अक्टूबर अमृत सिद्धि नया काम शुरू, निवेश प्लान
16 अक्टूबर सर्वार्थ सिद्धि सभी तरह की खरीदारी
19अक्टूबर रवियोग इलेक्ट्रॉनिक सामान, वाहन।
20 अक्टूबर रवियोग, त्रिपुष्करयोग खाद्य सामग्री, सजावटी सामान।
27अक्टूबर दीपावली सोना.सोने,चांदी, सिक्के, लक्ष्मी प्रतिमा।