ऐसे मिले उसके परिजन
युवक सूरत में रेस्टोरेंट में काम करता था मानसिक संतुलन बिगडऩे के कारण साथियों ने उसे घर भेजने हेतु गोल्डन टेंपल मेल में सोमवार को सूरत से बिठाया था। उसे जिला चिकित्सालय में सुबह 10.30 बजे गंभीर स्थिति में भर्ती कराया था। तब से जिला चिकित्सालय में उसका इलाज चल रहा था। उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने पर उसके परिवार को खोजने का प्रयास शुरू हुआ। काकाणी ने बताया आइसोलेशन वार्ड की आया शांताबाई ने पड़ोसी मोहनलाल जोशी निवासी आदर्श नगर को बताया उनके पुत्र दीपक जोशी ने उनके गांव के परिजन को फेसबुक पर संपर्क कर इसके रतलाम होने की जानकारी दी। शुक्रवार की सुबह सूरत से उत्तम साहुद, महेश खड़का, भाई सुरेश उसे लेने आ गए हैं। उन्होंने बताया कि उनका गांव महेंद्र नगर चांदनी वार्ड नंबर 9 जिला कंचनपुर नेपाल है। इस पूरे प्रकरण में जीआरपी मेघनगर की टीम के थाना प्रभारी महेंद्र सिंह मंडलोई, प्रधान आरक्षक पूनमचंद, आरक्षक मुकेश मिश्रा मेघनगर के नेतृत्व में पूरी टीम का सराहनीय सहयोग मिल रहा था।
युवक सूरत में रेस्टोरेंट में काम करता था मानसिक संतुलन बिगडऩे के कारण साथियों ने उसे घर भेजने हेतु गोल्डन टेंपल मेल में सोमवार को सूरत से बिठाया था। उसे जिला चिकित्सालय में सुबह 10.30 बजे गंभीर स्थिति में भर्ती कराया था। तब से जिला चिकित्सालय में उसका इलाज चल रहा था। उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने पर उसके परिवार को खोजने का प्रयास शुरू हुआ। काकाणी ने बताया आइसोलेशन वार्ड की आया शांताबाई ने पड़ोसी मोहनलाल जोशी निवासी आदर्श नगर को बताया उनके पुत्र दीपक जोशी ने उनके गांव के परिजन को फेसबुक पर संपर्क कर इसके रतलाम होने की जानकारी दी। शुक्रवार की सुबह सूरत से उत्तम साहुद, महेश खड़का, भाई सुरेश उसे लेने आ गए हैं। उन्होंने बताया कि उनका गांव महेंद्र नगर चांदनी वार्ड नंबर 9 जिला कंचनपुर नेपाल है। इस पूरे प्रकरण में जीआरपी मेघनगर की टीम के थाना प्रभारी महेंद्र सिंह मंडलोई, प्रधान आरक्षक पूनमचंद, आरक्षक मुकेश मिश्रा मेघनगर के नेतृत्व में पूरी टीम का सराहनीय सहयोग मिल रहा था।
एंबुवेंस से नेपाल रवाना किया
पीडि़त को उसके परिजन एंबुलेंस से नेपाल घर के लिए लेकर गए हैं। अस्पताल चौकी के अशोक शर्मा का भी सहयोग सराहनीय रहा। इन्होंने जब से यह भर्ती था उसके कपड़े, भोजन, नाश्ता अन्य सभी व्यवस्थाएं आइसोलेशन वार्ड में की थी। मानवता का यह काम सभी ने मिलकर सफलता से पूरा कर लिया।
गोविंद काकाणी, सदस्य काकाणी वेलफेयर फाउंडेशन
पीडि़त को उसके परिजन एंबुलेंस से नेपाल घर के लिए लेकर गए हैं। अस्पताल चौकी के अशोक शर्मा का भी सहयोग सराहनीय रहा। इन्होंने जब से यह भर्ती था उसके कपड़े, भोजन, नाश्ता अन्य सभी व्यवस्थाएं आइसोलेशन वार्ड में की थी। मानवता का यह काम सभी ने मिलकर सफलता से पूरा कर लिया।
गोविंद काकाणी, सदस्य काकाणी वेलफेयर फाउंडेशन