वहीं दूसरी और पुलिस को सागर एफएसएल से मिलने वाली डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट अब तक नहीं मिल सकी है। दरअसल हड्डी को डी कंपोज करके डीएनए टेस्ट की प्रक्रिया लंबी होने से इस प्रक्रिया में समय लग रहा है। सागर एफएसएल ने उक्त प्रक्रिया को पूरी होने में दो से तीन दिन का समय लगने की बात कही थी लेकिन उक्त समय में भी यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी, जिसके चलते पुलिस को भी जांच रिपोर्ट का इंताजर है। पुलिस की माने रिपोर्ट में क्या बात निकलकर सामने आती है, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मशीन से सबूत की तलाश
पुलिस संदिग्ध युवक के घर से जब्त मशीन से भी खून के दाग तलाशने का प्रयास कर रही है। पुलिस का मानना है कि हत्या के बाद आरोपी लाश को मशीन में रखा था। एेसे में बच्चे के शरीर से खून निकलने से मशीन गंदी भी हुई होगी लेकिन युवक द्वारा उसमें से शव निकालने के बाद उसकी अच्छी तरह से धुलाई कर दी गई, जिसके चलते उसमें से सबूत एकत्र करने में मशक्कत करना पड़ रही है। पुलिस की माने तो मशीन के किसी भी हिस्से में खून की एक बंूद भी लगी मिल गई तो आरोप और पूख्ता हो जाएगा।
पुलिस संदिग्ध युवक के घर से जब्त मशीन से भी खून के दाग तलाशने का प्रयास कर रही है। पुलिस का मानना है कि हत्या के बाद आरोपी लाश को मशीन में रखा था। एेसे में बच्चे के शरीर से खून निकलने से मशीन गंदी भी हुई होगी लेकिन युवक द्वारा उसमें से शव निकालने के बाद उसकी अच्छी तरह से धुलाई कर दी गई, जिसके चलते उसमें से सबूत एकत्र करने में मशक्कत करना पड़ रही है। पुलिस की माने तो मशीन के किसी भी हिस्से में खून की एक बंूद भी लगी मिल गई तो आरोप और पूख्ता हो जाएगा।
युवती से पूछताछ जारी
पुलिस ने जिस युवती को हिरासत में लिया है, उससे भी पूछताछ जारी है। पुलिस इस बात की तस्दीक भी कर रही है कि युवती का इस बच्चे के अपहरण व हत्याकांड में कितना हाथ है। वह जो बता रही है, वह बात कितनी सही है। युवती के बयानों के आधार पर पुलिस उस दिशा में भी जांच कर रही है। अब तक जो मामला अपहरण व हत्या का था, उसमें अब साक्ष्य छिपाने, मिटाने व जानकारी होने के बाद भी पुलिस को नहीं बताकर आरोपी को बचाने के मामले में भी पुलिस कुछ लोगों को आरोपी बना सकती है।
पुलिस ने जिस युवती को हिरासत में लिया है, उससे भी पूछताछ जारी है। पुलिस इस बात की तस्दीक भी कर रही है कि युवती का इस बच्चे के अपहरण व हत्याकांड में कितना हाथ है। वह जो बता रही है, वह बात कितनी सही है। युवती के बयानों के आधार पर पुलिस उस दिशा में भी जांच कर रही है। अब तक जो मामला अपहरण व हत्या का था, उसमें अब साक्ष्य छिपाने, मिटाने व जानकारी होने के बाद भी पुलिस को नहीं बताकर आरोपी को बचाने के मामले में भी पुलिस कुछ लोगों को आरोपी बना सकती है।
एक नहीं तीन वारदात हुई
पुलिस का मानना है कि बच्चे के साथ सिर्फ अपहरण या उसके बाद हत्या की घटना ही नहीं हुई है। इन दो वारदातों के अतिरिक्त बच्चे के साथ एक और घटना घटित हुई है, जिसके सबूत पुलिस जुटा रही है। मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों द्वारा किए गए पैनल पीएम की रिपोर्ट में बच्चे के साथ तीसरी घटना का खुलासा होने की बात कही जा रही है। पुलिस को अब इस घटना का पुख्ता सबूत चाहिए, जो कि डीएनए रिपोर्ट से मिल जाएगा, इसी कारण से पुलिस मामले का खुलासा करने के पहले डीएनए रिपोर्ट के आने का इंतजार कर रही है।
पुलिस का मानना है कि बच्चे के साथ सिर्फ अपहरण या उसके बाद हत्या की घटना ही नहीं हुई है। इन दो वारदातों के अतिरिक्त बच्चे के साथ एक और घटना घटित हुई है, जिसके सबूत पुलिस जुटा रही है। मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों द्वारा किए गए पैनल पीएम की रिपोर्ट में बच्चे के साथ तीसरी घटना का खुलासा होने की बात कही जा रही है। पुलिस को अब इस घटना का पुख्ता सबूत चाहिए, जो कि डीएनए रिपोर्ट से मिल जाएगा, इसी कारण से पुलिस मामले का खुलासा करने के पहले डीएनए रिपोर्ट के आने का इंतजार कर रही है।