जिले में इन दिनों अनेक घरों में छत से लेकर पार्र्किंग में इस प्रकार की उपज को उगाया जा रहा है। ये तकनीक रोजगार तो ही रही है, साथ ही घरों में आर्गेनिक उपज भी दे रही है। इसमे खेत में होने वाली खेती के मुकाबले व्यय कम होता है व आय अधिक होती है। असल में 5 किलो सलाद पत्ता की उपज लेना है तो 1 टावर लगाना चाहिए। जबकि छोटी जगह पर 300 से 400 पॉड लगाए जाए तो कम से कम 1500 से 2000 किलो तक उपज होगी। राज्य में लेटिस की कीमत करीब 180 रुपए से 200 रुपए तक की है। थोक के भाव में इसको खरीदा जाए तो ये 100 से 130 रुपए तक की कीमत में मिल जाते है। एेसे में आराम से 2 से 5 लाख रुपए तक की आय इससे हो जाती है।
– इस तकनीक से पैदावार 3 से 5 गुना तक बढ़ जाती है।
– इस तकनीक में शुरुआती खर्च ज्यादा होता है। हालांकि बाद में लागत काफी कम होने से प्रॉफिट बढ़ जाता है।
नेट शेड या पॉलिहाउस की वजह से मौसम का असर इन फसलों पर काफी कम हो जाता है।
– वहीं आप इसे अपने कारोबार में बदल सकते हैं। इसराइल, दक्षिण अफ्रीका और सउदी अरब जैसे देश जहां जगह या पानी की कमी है, वहां ये तकनीक सफल कारोबार में बदल चुकी है।
– भारत में तो महानगरों में अपने घरों की छत के साथ साथ मॉल, ऑफिस की छतों पर गार्डन स्थापित कर रहे हैं। वहीं कई लोग आपस में मिल कर अपनी-अपनी छतों पर सब्जिया उगा रहे हैं।
– वहीं आप इस तकनीक को सीख कर अपनी कंपनी स्थापित कर सकते हैं या फिर किसी स्थापित कंपनी के साथ जुड़ कर दूसरे लोगों को उनके ऑर्गेनिक फार्म या गार्डन स्थापित करने में मदद कर सकते हैं।
– कंपनी बनाने के बाद आप आराम से 1 लाख रुपए के निवेश पर 11 लाख रुपए तक कमा सकते है।