डॉ. सोनगरा बताते हैं कि उनका एक साल का बेटा ध्रुविल है और वे मेडिकल कॉलेज के कैंपस में ही परिवार के साथ निवास करते हैं। सुबह घर से निकलते समय मां चंद्रकांता और पत्नी प्रियंका की हिदायत मिलती रहती कि अपना ध्यान रखना। पत्नी को पता है कि पति कोरोना सेंपलों की जांच करते हैं इसलिए सावधानी जरुरी है। मां को भी इस बात का पता चला तो वे भी चिंतित रहती है। जब वे घर जाते हैं तो एक साल का बेटा ध्रुविल उनके पास आने को मचलता है किंतु सुरक्षा के म²ेनजर उसे उठाने से भी वे संकोच करते हैं। बहुत ज्यादा जिद करने पर सैनेटाइजर का इस्तेमाल करके वे उसे सुरक्षित तरीके से उठाते हैं और कुछ देर बाद वापस मां या पत्नी के पास छोड़ देते हैं जिससे उसे कोई इंफेक्शन की आशंका नहीं रहे। बकौल डॉ. सोनगरा यह पल उनके लिए काफी कठिन होता है किंतु इसके अलावा कोई चारा भी नहीं है।