जांच दलों को मास्टर ट्रेनर के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। इसमें जिला आपूर्ति अधिकारी विवेक सक्सेना, सहायक आपूर्ति अधिकारी रश्मि खांबेटे, आरएन दिवाकर, एसए नकवी, मोहित मेघवंशी ने राज्य शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार पात्र-अपात्र श्रेणियों की जानकारी दी गई। इसके साथ ही प्रपत्र भरना सिखाया गया, ऑनलाइन सबमिशन के बाद ऑफ लाइन जानकारी स्थानीय निकाय में जमा करने, मौके पर सत्यापन करने आदि बिंदुओं पर प्रशिक्षण में जानकारी दी गई।
रतलाम शहर व ग्रामीण के बाद 14 अक्टूबर को जावरा विकासखंड में पहले चरण का प्रशिक्षण वहां के अधिकारी व कर्मचारियों को दिया जाएगा। इसके बाद द्वितीय चरण के प्रशिक्षण शुरू होंगे, जिसमें जांच दलों को आवश्यक सामग्री और शासन द्वारा प्रत्येक व्यक्ति से जुड़ी जानकारी से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध कराएं जाएंगे। बस उक्त दस्तावेजों को देखकर उनकी जांच करने का काम संबंधित जांच दल को मौके पर पहुंचकर करना होगा कि पूर्व में दी गई जानकारी सही है या नहीं।
जिलेभर में दो लाख बीपीएल परिवारों के सत्यापन के लिए 1226 अधिकारी व कर्मचारियों के दल गठित किए गए है। इन दलों द्वारा की जा रही जांच प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए 125 पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए गए है। दलों की जांच में यदि कहीं कोई दावा-आपत्ति आती है, तो उसकी जांच व निराकरण की कार्रवाई इन्हीं पर्यवेक्षकों के माध्यम से हो सकेगी।