खा कुछ रहे, आग कही और लग रही अरूण परमार ने लिखा है कि 15 वर्ष बाद खुशी का आलम यह है कि कुछ कार्यकर्ता लड्डू में आग लगा रहे है व सुतली बम खा रहे है। हेमंत अजमेरा ने लिखा है कि अच्छाई की ये बुराई पर जीत है। मोहम्मद हसीब खान ने छत्तीसगढ़ में भाजपा की हार पर तंज कसते हुए लिखा है कि डॉक्टर के घर पर लगा नया बोर्ड, मरीज देखने का समय सुबह 10 से 1 और शाम 4 से 6, SUNDAY अवकाश। गोविंद नारायणसिंह ने लिखा है कि अगर मिलार्ड नाराज न हो तो दिपावली के बचे पटाखे चला लूं, पिछले साढे़ं चार साल से लगातार हारे वाले आज जीत गए है। अजय श्रीवास्तव ने इस दिन में किसानों के कर्ज माफी का मुद याद दिलाया है तो संजय कुमार ने इस हार की वजह केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की नीति को दिया है।
200 कुर्सी यहां पर मिलेगी मोहम्मद शोएब ने अबकी बार-200 बार पर तंज कसा है। शोएब ने लिखा है कि भाजपा को २०० सीट चाहिए तो खोखर टेंट हाउस से बात करू। मोहम्मद निसार सिद्धिकी ने सवाल किया है कि सब बराबर है तो बधाई किसे दी जाए। सबसे अलग नितिन तिवारी की पोस्ट रही, उन्होंने लिखा है कि भाजपा की हार से इतना दुख हुआ कि सुबह से सिर्फ तीन बार आलू के पराठे खाए है, अब भूख ही नहीं है।