आचार महिमा महोत्सव में आचार्य पदवी का प्रसंग देखने देश भर से धर्मानुरागी जुटे। आचार्य पदवी प्रदान करने के बाद महोत्सव में ऐसा अद्भुत प्रसंग भी आया, जिसमें पदवी प्रदान करने वाले आचार्यश्री ने नूतन आचार्य को अपने पाट पर बिठाया और पूरे शिष्य मंडल के साथ उन्हें नमस्कार कर शासन व्यवस्था का संदेश दिया। महोत्सव में मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता जैसे महानगरों सहित कई स्थानों से आए गुरूभक्तों ने बोलियां लगाकर धर्मभक्ति का लाभ लिया। सबसे पहले सूरी मंत्र की बोली लगी, जिसका लाभ मुंबई के अवनि राजीव भाई शाह परिवार ने लिया। नवकारवाली की बोली का लाभ सुधाबेन भाईलाल, रतिलाल परिवार ने दीपक भाई के हस्ते लिया। पहले गुरूपूजन की बोली का लाभ हिम्मतभाई, उद्धवभाई गांधी पालीताणा वाला परिवार ने लिया। कांबली ओढ़ाने का लाभ चेन्नई के शांतिबाई रखबचंद राठौर परिवार ने लिया। नूतन आचार्य की सबसे पहले पगलि, कराने की बोली का लाभ रतलाम के चांदबाई वागमल गादिया परिवार ने लिया। महोत्सव में पद्मभूषण आचार्य श्रीमद्विजय रत्नसुन्दर सूरीश्वरजी महाराज ने सूखे से प्रभावित क्षेत्रों में मदद के लिए प्रति जीव रक्षा 5 हजार रुपए का आव्हान किया, जिसपर गुरूभक्तों द्वारा देखते ही देखते सैंकड़ों जीवों की रक्षा के लिए घोषणाएं की गई। इस दौरान श्री संघ अध्यक्ष सुनील ललवानी सहित रतलाम संघ के पदाधिकारीगण एवं श्रावक.श्राविकागण उपस्थित थे।
आचार्यश्रीमद्विजय रत्नसुन्दर सूरीश्वर महाराज का मंगलवार 30 अप्रैल को सुबह टीआईटी रोड श्री संघ में मंगल प्रवेश होगा। टीआईटी रोड़ श्री संघ के मुकेश जैन ने बताया कि मंगल प्रवेश का जुलुस सुबह 6.15 बजे बैंक कालोनी स्थित अशोक कुमार, मुकेश कुमार बम्बोरी के निवास से प्रारंभ होगा, जो स्टेशन रोड़ स्थित जैन मंदिर होते हुए टीआईटी रोड स्थित श्री पाश्र्वनाथ जैन धर्मशाला पहुंचेगा। सुबह 7 से 8 बजे नवकारसी के बाद धर्मशाला में सुबह 8.30 से 9.30 बजे तक प्रवचन होंगे।