रतलाम

इंक्रिमेंट बंद किया तो फंदा लगाया

कोरोना काल में ड्यूटी पर नहीं जाने पर दी थी सजा

रतलामJul 13, 2021 / 10:27 pm

Ashish Pathak

The head of the owner trapped in the roller of the machine, death

रतलाम. रेलवे के पैसेंजर यार्ड में पदस्थ नरेश कुमार बी 38 वर्ष ने सोमवार दोपहर को फंदा लगाकर जीवनलीला समाप्त करने का प्रयास किया। परिवार के अनुसार नरेश मानसिक रुप से तनाव में चल रहा था, क्योंकि अधिकारियों ने इंक्रिमेंट पर रोक लगा दी थी। इसकी वजह लॉकडाउन के दौरान जब कोरोना चरम पर था, तब नरेश कुमार ड्यूटी पर नहीं गया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद से रेल कर्मचारियों में आक्रोश है।
जावरा रोड निवासी नरेश कुमार ने दोपहर 2-2.30 बजे फंदा अपने घर पर लगाया। जब फंदा लगाया तो उसी समय पत्नी ललीता की नजर पड़ गई व वो चिल्लाती हुई कमरे में गई व पति को संभाल लिया। इसके बाद पड़ोसी भी आ गए व नरेश को नीचे उतारकर रेलवे अस्पताल ले गए। इसके बाद प्रारंभिक उपचार के बाद सीएचएल अस्पताल में नरेश को रेफर किया गया।
अपसेट चल रहा था
पत्नी ललीता व अन्य रेल कर्मचारियों ने बताया की नरेश काफी दिन से अपसेट चल रहा था। उसके अधिकारी प्रताडि़त कर रहे थे। वो बार बार अधिकारियों के पास जाकर कह रहा था की पास या अन्य सुविधा रोक दो पर इंक्रिमेंट रोकने की सजा मत दो, लेकिन अधिकारी नहीं माने व डांटकर कमरे से बाहर कर दिया। इसके बाद परेशान नरेश ने फंदा लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। खबर लिखे जाने तक नरेश की हालात स्थित है।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.