जिले में कई राशन दुकान संचालक एेसे है जो कि समय पर दुकान नहीं खोलते है। एेसे में उपभोक्ता दुकान पर जाकर खाली हाथ लौटता है। कई उपभोक्ता फोन पर दुकान संचालक से दुकान खुलने की जानकारी लेते है तो कई बार कुछ लोग समय पर दुकान न खोलना पड़े उसके लिए सर्वर बंद होने का बहाना बना देते है, तो कुछ लोग तय तारीख में राशन नहीं आना बताते है। एेसे में इन लोगों पर एप के माध्यम से उपभोक्ता भी सीधे तौर पर नजर रख सकते है। दरअसल उपभोक्ता एेप से घर बैठे यह पता कर सकता है कि सर्वर चालू है या बंद, दुकान पर उनके हिस्से के कितने सदस्यों का राशन आया है।
एंड्रायड मोबाइल में चलेगा
फिलहाल यह एेप सिर्फ एंड्रायड मोबाइल का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के मोबाइल फोन में ही चलेगा। वहीं जिन लोगों के पास एंड्रायड मोबाइल नहीं है, वह अपने आस-पास के अन्य व्यक्ति के मोबाइल फोन के माध्यम से यह पता कर सकता है। एेप को लागू करने के पीछे शासन की मंशा उपभोक्ताओं को दुकान बंद होने पर काटने वाले चक्कर से मुक्ति दिलाना था। इसके चलते हर उपभोक्ता या उसके परिवार के सदस्यों के मोबाइल में उक्त एेप को डाउनलोड कराया जाएगा।
फिलहाल यह एेप सिर्फ एंड्रायड मोबाइल का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के मोबाइल फोन में ही चलेगा। वहीं जिन लोगों के पास एंड्रायड मोबाइल नहीं है, वह अपने आस-पास के अन्य व्यक्ति के मोबाइल फोन के माध्यम से यह पता कर सकता है। एेप को लागू करने के पीछे शासन की मंशा उपभोक्ताओं को दुकान बंद होने पर काटने वाले चक्कर से मुक्ति दिलाना था। इसके चलते हर उपभोक्ता या उसके परिवार के सदस्यों के मोबाइल में उक्त एेप को डाउनलोड कराया जाएगा।
एेप पर कर सकते है शिकायत
उपभोक्ता राशन दुकान पर उसे होने वाली किसी भी प्रकार की परेशानी की शिकायत भी एेप के माध्यम से कर सकता है। यदि राशन दुकान से उसे राशन नहीं मिल रहा है, दुकान समय पर नहीं खुल रही है, पूरी मात्रा में राशन नहीं दिया जा रहा है या और कोई परेशानी हो तो वह सीधे एेप पर शिकायत भेज सकता है, जिसका निराकरण जिले में बैठे अधिकारी देखकर कर सकेंगे। यदि यहां से निराकरण नहीं होता है तो वरिष्ठ कार्यालय में बैठे अधिकारी उक्त प्रक्रिया को पूरा करेंगे।
उपभोक्ता राशन दुकान पर उसे होने वाली किसी भी प्रकार की परेशानी की शिकायत भी एेप के माध्यम से कर सकता है। यदि राशन दुकान से उसे राशन नहीं मिल रहा है, दुकान समय पर नहीं खुल रही है, पूरी मात्रा में राशन नहीं दिया जा रहा है या और कोई परेशानी हो तो वह सीधे एेप पर शिकायत भेज सकता है, जिसका निराकरण जिले में बैठे अधिकारी देखकर कर सकेंगे। यदि यहां से निराकरण नहीं होता है तो वरिष्ठ कार्यालय में बैठे अधिकारी उक्त प्रक्रिया को पूरा करेंगे।
जल्द शुरू होगा सत्यापन
फिलहाल जिले में करीब दो लाख बीपीएल परिवारों के सत्यापन का काम शुरू होने जा रहा है। एेसे में जो लोग बीपीएल की श्रेणी में नहीं आता है उसके बाद भी वे लोग उक्त योजना का लाभ ले रहे है तो उन्हे जांच दल की रिपोर्ट के बाद योजना का लाभ मिलना पूरी तरह से बंद हो जाएगा। उक्त परिवारों की जांच के लिए जिले में 1226 जांच दल भी बनाए गए है, जिन पर नजर रखने के लिए 126 पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए गए है।
फिलहाल जिले में करीब दो लाख बीपीएल परिवारों के सत्यापन का काम शुरू होने जा रहा है। एेसे में जो लोग बीपीएल की श्रेणी में नहीं आता है उसके बाद भी वे लोग उक्त योजना का लाभ ले रहे है तो उन्हे जांच दल की रिपोर्ट के बाद योजना का लाभ मिलना पूरी तरह से बंद हो जाएगा। उक्त परिवारों की जांच के लिए जिले में 1226 जांच दल भी बनाए गए है, जिन पर नजर रखने के लिए 126 पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए गए है।