पांचों विधानसभा का एक साथ शुरू
लोकसभा चुनाव में मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद गुरुवार को मतगणना कार्य होगा। पुलिस-प्रशासन ने खासी तैयारियां की है। शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय में होने वाली रतलाम जिले की पांच विधानसभा की मतगणना सीधे तौर पर तीन लोकसभा सीट पर असर डालेगी। मतगणना कार्य सुबह 8 बजे से पांचों विधानसभा का एक साथ शुरू हो जाएगा। विधानसभा की तर्ज पर इस बार यहां डाकमत पत्रों की गणना नहीं होगी। इस बार इनकी गणना झाबुआ में होगी, जिसके चलते यहां से डाकमत पत्रों की पेटियां भी झाबुआ भिजवा दी गई है। मतगणना कार्य में लगे अधिकारी व कर्मचारियों को सुबह ६ बजे से मतगणना स्थल पर प्रवेश दिया जाएगा। इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों के एजेंट भी इस समय के बाद यहां पर आ सकेंगे। रतलाम जिले की रतलाम शहर, रतलाम ग्रामीण, सैलाना, जावरा व आलोट विधानसभा में से सबसे पहले रूझान रतलाम शहर विधानसभा सीट के आने की संभावना जताई जा रही है। रतलाम शहर विधानसभा के मतों की गणना के लिए 18 राउंड होंगे, जबकि सबसे अधिक जावरा विधानसभा में करीब 20 राउंड तक मतगणना होगी। शेष तीन विधानसभा में अधिकतम 16 राउंड में मतों की गिनती का कार्य होगा।
लोकसभा चुनाव में मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद गुरुवार को मतगणना कार्य होगा। पुलिस-प्रशासन ने खासी तैयारियां की है। शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय में होने वाली रतलाम जिले की पांच विधानसभा की मतगणना सीधे तौर पर तीन लोकसभा सीट पर असर डालेगी। मतगणना कार्य सुबह 8 बजे से पांचों विधानसभा का एक साथ शुरू हो जाएगा। विधानसभा की तर्ज पर इस बार यहां डाकमत पत्रों की गणना नहीं होगी। इस बार इनकी गणना झाबुआ में होगी, जिसके चलते यहां से डाकमत पत्रों की पेटियां भी झाबुआ भिजवा दी गई है। मतगणना कार्य में लगे अधिकारी व कर्मचारियों को सुबह ६ बजे से मतगणना स्थल पर प्रवेश दिया जाएगा। इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों के एजेंट भी इस समय के बाद यहां पर आ सकेंगे। रतलाम जिले की रतलाम शहर, रतलाम ग्रामीण, सैलाना, जावरा व आलोट विधानसभा में से सबसे पहले रूझान रतलाम शहर विधानसभा सीट के आने की संभावना जताई जा रही है। रतलाम शहर विधानसभा के मतों की गणना के लिए 18 राउंड होंगे, जबकि सबसे अधिक जावरा विधानसभा में करीब 20 राउंड तक मतगणना होगी। शेष तीन विधानसभा में अधिकतम 16 राउंड में मतों की गिनती का कार्य होगा।
नहीं रूकेगी ईवीएम से गणना
डाकमत पत्रों की गणना को लेकर अब तक के नियमों में चुनाव आयोग ने थोड़ा सा बदलाव किया है। इस बार डाकमत पत्र व ईवीएम की गणना का कार्य चलता रहेगा। अब से पहले डाकमत पत्र की गिनती का कार्य पूरा नहीं होने तक आखिरी के तीन राउंड की ईवीएम से गणना कार्य को रोक दिया जाता था। डाकमत पत्रों की गणना के बाद ही आखिरी के तीन राउंड पूरे होते थे, लेकिन इस बार इस व्यवस्था को बदलकर डाकमत पत्र की गणना का कार्य आखिरी के तीन राउंड के पहले यदि खत्म नहीं होता है, तब भी टेबल पर ईवीएम से होनी वाले अंतिम राउंड की गणना का कार्य चलता रहेगा।
डाकमत पत्रों की गणना को लेकर अब तक के नियमों में चुनाव आयोग ने थोड़ा सा बदलाव किया है। इस बार डाकमत पत्र व ईवीएम की गणना का कार्य चलता रहेगा। अब से पहले डाकमत पत्र की गिनती का कार्य पूरा नहीं होने तक आखिरी के तीन राउंड की ईवीएम से गणना कार्य को रोक दिया जाता था। डाकमत पत्रों की गणना के बाद ही आखिरी के तीन राउंड पूरे होते थे, लेकिन इस बार इस व्यवस्था को बदलकर डाकमत पत्र की गणना का कार्य आखिरी के तीन राउंड के पहले यदि खत्म नहीं होता है, तब भी टेबल पर ईवीएम से होनी वाले अंतिम राउंड की गणना का कार्य चलता रहेगा।
एक हजार कर्मचारी मतगणना स्थल पर रहेंगे
मतगणना कार्य के लिए प्रशासन के एक हजार से अधिक अधिकारी-कर्मचारी तैनात रहेंगे। इसके अतिरिक्त बड़ी संख्या में पुलिस के साथ सुरक्षाबलों के जवानों की तैनाती भी की गई है। रतलाम के मतदाता सीधे तौर पर यहां की मतगणना से रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट के साथ मंदसौर और उज्जैन की सीट पर भी सीधे तौर पर असर डालेंगे। प्रत्याशी की हार-जीत में यहां के मतदाताओं की सहभागिता बहुत बड़ा असर डालेगी।
मतगणना कार्य के लिए प्रशासन के एक हजार से अधिक अधिकारी-कर्मचारी तैनात रहेंगे। इसके अतिरिक्त बड़ी संख्या में पुलिस के साथ सुरक्षाबलों के जवानों की तैनाती भी की गई है। रतलाम के मतदाता सीधे तौर पर यहां की मतगणना से रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट के साथ मंदसौर और उज्जैन की सीट पर भी सीधे तौर पर असर डालेंगे। प्रत्याशी की हार-जीत में यहां के मतदाताओं की सहभागिता बहुत बड़ा असर डालेगी।