BIG BREAKING मालवा एक्सपे्रस ट्रेन में है आपके परिजन तो पहले करें उनसे बात, रेलवे ने की ये बड़ी गलती
malwa express train accident news
रतलाम। रेल मंडल में वरिष्ठ अधिकारियों ने लापरवाही की अब हद को पार कर दिया है। जम्मूतवी इंदौर मालवा एक्सपे्रस के S-1 डिब्बे क्रमांक 042211 का एयरब्रेक लुधियाना स्टेशन पर ट्रेन के चलते ही निकलकर गिर गया। बता दे कि नियम अनुसार इस ट्रेन का पीयूएस मार्च माह में होना था, लेकिन बगैर पीयूएस के ट्रेन को चलाया जा रहा है। ट्रेन में 22 आरक्षित व 2 अनारक्षित डिब्बे लगे हुए है। एेसे में अगर आपके परिजन मालवा एक्सपे्रस ट्रेन से यात्रा करते हुए आ रहे है तो एक बार उनसे बात जरूर करें।
पहले जाने रेलवे के नियम मालवा एक्सपे्रस ट्रेन में जो रैक लगा हुआ है, उसका अंतिम दो बार रखरखाव अक्टूबर 2017 व इसके बाद 21 मार्च 2018 को हुआ था। नियम कहता है कि इसके बाद अगस्त माह में इसका रखरखाव या पीयूएस होना था। ये कार्य करने के बजाए ट्रेन को निरंतर चलाए रखा गया। एेसे में एयरब्रेक ने साथ छोड़ दिया व लुधियाना में ये गिर गया। नियम कहता है कि अगर समय पर रखरखाव नहीं हुआ हो तो ट्रेन को नहीं चलाया जा सकता। इसको रेलवे में संरक्षा या सुरक्षा की दृष्टि से डेंजर माना जाता है, लेकिन मंडल के संरक्षा विभाग व पीयूएस करने वाले अधिकारियों ने इस और ध्यान देना जरूरी नहीं समझा।
ये काम आता एयरब्रेक एयरब्रेक का कार्य इंजन से लेकर डिब्बों के बीच लगने वाले ब्रेक के संतुलन को बनाए रखना होता है। असल में जब इंजन से ब्रेक लगाया जाता है तो एयरब्रेक की सहायता से ही सभी डिब्बों की गति पर नियंत्रण पाया जाता है। लेकिन रेलवे ने इस घटना के होने के बाद डिब्बे में से एयरब्रेक निकालकर ट्रेन को रवाना कर दिया।
दो हजार यात्री सवार ट्रेन में ये मामला यात्री सुरक्षा की दृष्टी से कितना गंभीर है, ये इससे समझा जा सकता है कि एक तरफ रेलवे बोर्ड से लेकर मंत्रालय लगातार ट्रेन व प्लेटफॉर्म पर यात्री सुरक्षा के प्रति गंभीर है, दूसरी तरफ मंडल के सीएनडब्ल्यू व पीयूएस विभाग के अधिकारी बगैर ट्रेन की जांच किए इसको पटरी पर यात्रियों के लिए दौड़ा रहे है। बता दे कि जब ये घटना लुधियाना स्टेशन पर मंगलवार को हुई, तब ट्रेन में करीब डेढ़ हजार से दो हजार यात्री सवार थे। ये तो बेहतर ये हुआ कि ट्रेन के चलते ही एयरब्रेक निकलकर गिर गया, अगर चलती ट्रेन से गिरता तो कितना बड़ा हादसा होता इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। यहां तक भी ठीक, लेकिन रेलवे ने एयरब्रेक को निकालकर ट्रेन को चला दिया है।