प्रभु के दर्शन वंदन के लिए बड़ी संख्या में पदयात्रा संघ में धर्मालु जन उपस्थित हुए और सेमलियाजी तीर्थ तक की पैदल यात्रा की। सेमलियाजी तीर्थ पहुंचने के बाद सभी ने यहां पर आचार्य श्री की निश्रा में प्रभु की पूजा वंदना की। इसके साथ ही संघपति का स्वागत-वंदन करते हुए उनका बहुमान किया। इस अवसर पर भजन गायक ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी, जिससे पूरा वातावरण धर्ममय हो गया।
20 से 24 मार्च तक आचार्यश्री की निश्रा में मोहन टॉकीज में पांच दिनों तक प्रवचन होंगे। 19 मार्च को वे आगमोद्धारक भवन सेठजी का बाजार में रहेंगे। 20 मार्च को मोहन टाकीज में नई दिशा-नई दृष्टि, 21 मार्च को माय थ्री प्रेयर्स, 22 मार्च को मृत्यु से मुलाकात, 23 मार्च को कैसे करें मन के दोषों को दूर और 24 मार्च को पॉवर ऑफ़ पीस विषय पर प्रवचन होंगे। श्री देवसूर तपागच्छ चारथुई जैन श्रीसंघ, गुजराती उपाश्रय ऋषभदेव केशरीमल जैन श्वे. पेढी सदस्यों की ओर से धर्मालुजनों से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित रहने का आग्रह किया है।