इसी बीच दरवाजे पर ड्यूटी दे रहे सुरक्षा गार्ड सुधीर की नजर इस आग पर पड़ी। समय रहते निर्णय लेते हुए सुधीर ने सीजफायर का उपयोग किया व करीब २० मिनट की मेहनत के बाद आग पर काबू पाया। जब यह सब घटनाक्रम चल रहा था,तब उपर अपने कक्ष में निगम आयुक्त सोमनाथ झारिया महत्वपूर्ण मामले को लेकर बैठक ले रहे थे।
इस प्रकार की आग नगर निगम में बिजली के तारों में पहली बार लगी हो ऐसा नहीं है। इसके पूर्व पिछले चार वर्ष में तीन बार आग लग चुकी है। मामले के सामने आने के बाद अब नगर निगम आयुक्त सोमनाथ झारिया का कहना है कि पूर्व की हो गए बिजली के तारों को बदला जाएगा। इसके लिए समीक्षा की जाएगी।