आयुक्त ने जल प्लावन रोकने व पानी के बहाव में अवरोध उत्पन्न करने वाले नाले व नालियों के अतिक्रमण चिन्हित कर हटाए जाने व शहर के नाले नालियों व वाल के चेबरों पर लगे ढक्कन व फ र्सी खुली न रहे इसकी जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग व कर्मशाला विभाग को सौंपी है। जल भराव वाले क्षेत्र में रहने वाले लोगों को राहत पहुंचाने के लिए आठ आश्रय स्थल भी बनाए है। इसमें गांधीनगर कयुनिटी हॉल, ईश्वर नगर विद्यालय, शैरानीपुरा जमातखाना, अंबेडकर मांगलिक भवन पोलोग्राउण्ड, अलकापुरी कयुनिटी हॉल, धीरजशाह नगर रॉयल हॉल, भवन निर्माण कला केंद्र बिरियाखेड़ी व श्री जैन उ.मा.विद्यालय सागोद रोड है।
आयुक्त ने जल की समुचित निकासी व व्यवस्थित बहाव के लिए अलग से दल गठित किया। नगर के विभिन्न क्षेत्रो में छोटे एवं बड़े नाले-नालियों की वर्षा पूर्व सफ ाई व जल एक स्थान पर एकत्रित न हो इसकी व्यवस्था करवाई जाकर आवश्यक संसाधन, कीटनाशक आदि की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी एवं स्वच्छता निरीक्षकों को सौंपी। इसके अलावा प्रकाश हेतु टार्च, पेट्रोमेक्स, तैराक इत्यादि की व्यवस्था के भी निर्देश संबंधित को दिये है।