शहर की सड़कों पर आवारा मवेशियों के होने से लगातार हो रहे हादसों के चलते कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्त को अभियान चलाकर इनकी धरपकड़ के निर्देश दिए थे, जिस पर निगम की टीम ने पहले तो शहर के पशुपालकों को नोटिस जारी कर रहवासी क्षेत्रों में उनके द्वारा बनाए गए तबेलों को हटाने के निर्देश जारी किए थे। इसके चलते करीब १७७ पशु पालकों को निगम ने नोटिस थमाए थे, जिनमें से करीब पचास लोगों ने अपने जवाब भी निगम का पेश किए है, जबकि शेष ने अब तक जवाब भी नहीं दिया है।
१०० से अधिक मवेशी पकडे़
निगम ने बीते दिनों की कार्रवाई के चलते १०० से अधिक गाय, बैल व अन्य पशुओं को पकड़ कर रावटी, बाजना क्षेत्र में भेजा है। उसके बाद भी शहर के हर मुख्य मार्ग व बाजार में इनकी संख्या उतनी ही नजर आ रही है। कुछ दिन तक चली निगम की कार्रवाई के ठंडा पडऩे के बाद पशुपालक फिर से अपने पशुओं को सड़क पर खुला छोडऩे लगे है जिसके चलते ये मवेशी सड़क पर डेरा डाल यहां-वहां पर बैठे नजर आते है। वहीं निगम ने जिन लोगों के पशु पकड़े थे वे लोग भी अपने पशुओं को छुड़वाने के लिए निगम के चक्कर काट रहे है।
फिर करेंगे कार्रवाई
– पशुपालकों को नोटिस देने के बाद कुछ के जवाब आए है,लेकिन अधिकांश ने अब तक जवाब नहीं दिए है। अन्य कार्यों की व्यवस्तता के चलते कुछ दिन अभियान धीमी गति से चला है, लेकिन अब फिर से इसकी शुरुआत कर आवारा मवेशियों को पकड़ा जाएगा। वहीं जिन लोगों ने नोटिस के जवाब नहीं दिए है, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
एपी सिंह, प्रभारी स्वच्छता अधिकारी