दोपहर तक परिजनों ने नवजात को रखे रखा और गांव में विरोध की सूचना पुलिस को शाम करीब चार बजे लगी। इस पर पुलिस गांव पहुंची तो ग्रामीण टीकाकरण को लेकर आक्रोश जताने लगे। इस पर पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर पोस्टमार्टम के लिए तैयार किया। शुक्रवार की शाम को नवजात शिशु का शव जिला अस्पताल लाया गया जहां शनिवार को पैनल के माध्यम से उसका पोस्टमार्टम किया गया। परिजनों के अनुसार टीका लगने से ही नवजात शिशु की मौत हुई है लेकिन फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि टीके की वजह से उसकी मौत हुई है।
शादी के आठ साल बाद हुआ था बच्चा
नवजात राहुल के पिता गलिया ने बताया कि उसकी शादी को आठ साल हो चुके हैं। इतने साल बाद उसके यहां यह बच्चा पैदा हुआ था और इसकी भी मौत हो गई है। गलिया ने बताया कि शादी के बाद बच्चा नहीं होने से पत्नी का काफी इलाज करवाया और अब यह बच्चा हुआ था। शनिवार को पैनल से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। जांच अधिकारी सहायक उपनिरीक्षक रायसिंह रावत ने बताया लोगों में टीकाकरण को लेकर अंध विश्वास होने से कभी-कभी इस तरह की स्थिति बन जाती है। वे मानने को तैयार नहीं थे इसलिए नवजात का पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया।
नवजात राहुल के पिता गलिया ने बताया कि उसकी शादी को आठ साल हो चुके हैं। इतने साल बाद उसके यहां यह बच्चा पैदा हुआ था और इसकी भी मौत हो गई है। गलिया ने बताया कि शादी के बाद बच्चा नहीं होने से पत्नी का काफी इलाज करवाया और अब यह बच्चा हुआ था। शनिवार को पैनल से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। जांच अधिकारी सहायक उपनिरीक्षक रायसिंह रावत ने बताया लोगों में टीकाकरण को लेकर अंध विश्वास होने से कभी-कभी इस तरह की स्थिति बन जाती है। वे मानने को तैयार नहीं थे इसलिए नवजात का पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया।