मंदसौर के पिपलिया मंडी इलाके में ही 6 जून 2017 को प्रदर्शन के दौरान उग्र हुए किसानों पर पुलिस फायरिंग की गई थी और इस गोली कांड में 6 किसानों की मौत हो गई थी। इस गोलीकांड के दो दिन बाद 8 जून को राहुल गांधी मृतकों के परिजनों से मिलने जाना चाहते थे, लेकिन उन्हें राजस्थान की बार्डर पर नयागांव के करीब ही रोक लिया गया था। कांग्रेस ने मंदसौर गोलीकांड की बरसी को लेकर बड़ी सभी की तैयारी की है। राहुल गांधी के साथ ही इस सभा में कमलनाथ,
दिग्विजय सिंह , ज्योतिादित्य सभी बड़े नेता शामिल होंगे। राहुल पिछले साल गोलीकांड में मृत हुए किसानों के परिजनों से भी मिलने उनके घर जा सकते हैं।
प्रभारी मंत्री ने कहा है कि सभा को असफल करो
पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता नरेंद्र नाहटा का कहना है कि मंदसौर-नीमच की प्रभारी मंत्री अर्चना चिटनिस सोमवार को यहां के दौरे पर थी। नाहटा ने कहा कि चिटनिस ने राहुल गांधी की सभा को असफल करने के लिए पार्टी के नेताओं को कहा है। उनका आरोप है कि राहुल की सभा की अनुमति एक छोटे से टेंट में करवाने की शर्त पर देना उसी का हिस्सा हो सकता है, हालांकि उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने कांग्रेस को राहुल की सभा बिना किसी अवरोध के कराने का आश्वसान दिया है।
पत्र मैंने नहीं देखा राहुल गांधी की सभा की अनुमति का पत्र मैंने नहीं देखा है। अगर उसमें 15 फीट के टेंट में सभा की शर्त रखी गई है, तो इसे दिखवा लेते हैं। अनुमति पत्र में कमी होगी तो उसे ठीक करवा देंगे।
ओपी श्रीवास्तव, कलेक्टर, मंदसौर