जिला अभिभाषक संघ अध्यक्ष संजय पंवार ने बताया कि उनके साथ करीब आधा दर्जन से अधिक अभिभाषकों ने षष्ठम व्यवहार न्यायाधीश अतुल यादव के न्यायालय में इसे लेकर वाद प्रस्तुत किया है। अभिभाषकों ने अपने दावे में कहा कि न्यायालय के दोनों प्रवेश द्वार के सामने से गुजर रही वर्तमान डामर सड़क का लेवल न्यायालय परिसर के लेवल के समान है, लेकिन अब जो नई सीमेंट की सड़क बन रही है, उसकी उंचाई वर्तमान लेवल से करीब एक फ ीट ऊंची हो जाएगी।
न्यायालय परिसर में आ जाएगा पानी
वर्तमान में बरसात के दिनों में छत्रीपुल की ओर से बहकर आने वाला बरसाती पानी सड़क पर बहता हुआ मच्छी दरवाजे की ओर निकल जाता है, लेकिन यदि सड़क उंची होती है, यह पानी रूक जाएगा और ऐसी स्थिति में बरसाती पानी न्यायालय परिसर में भर जाएगा। अभिभाषकों ने अपने दावे में कहा कि बरसात के दिनों में न्यायालय परिसर में एक-एक फ ीट पानी भरा रहेगा, जिससे न्यायालय में आने वाले पक्षकारों व अभिभाषकों को असुविधा होगी। इसी कारण से सड़क का लेवल वर्तमान सड़क के स्तर पर ही रखा जाए।
वर्तमान में बरसात के दिनों में छत्रीपुल की ओर से बहकर आने वाला बरसाती पानी सड़क पर बहता हुआ मच्छी दरवाजे की ओर निकल जाता है, लेकिन यदि सड़क उंची होती है, यह पानी रूक जाएगा और ऐसी स्थिति में बरसाती पानी न्यायालय परिसर में भर जाएगा। अभिभाषकों ने अपने दावे में कहा कि बरसात के दिनों में न्यायालय परिसर में एक-एक फ ीट पानी भरा रहेगा, जिससे न्यायालय में आने वाले पक्षकारों व अभिभाषकों को असुविधा होगी। इसी कारण से सड़क का लेवल वर्तमान सड़क के स्तर पर ही रखा जाए।
ये है वादी
न्यायालय में पेश किए गए इस दावे में अभिभाषक संघ अध्यक्ष संजय पंवार, बीएम जोशी, आशुतोष अवस्थी, प्रवीण शर्मा, मनीष महावर, पंकज बिलाला और कपिल मजावदिया भी वादी के रूप में मौजूद है।
न्यायालय में पेश किए गए इस दावे में अभिभाषक संघ अध्यक्ष संजय पंवार, बीएम जोशी, आशुतोष अवस्थी, प्रवीण शर्मा, मनीष महावर, पंकज बिलाला और कपिल मजावदिया भी वादी के रूप में मौजूद है।