scriptहमलावरों व हथियार की तलाश में जंगल की खाक छान रहे सुरक्षाकर्मी | rpf sarching in forest | Patrika News
रतलाम

हमलावरों व हथियार की तलाश में जंगल की खाक छान रहे सुरक्षाकर्मी

हमलावरों व हथियार की तलाश में जंगल की खाक छान रहे सुरक्षाकर्मी

रतलामDec 08, 2018 / 11:47 am

Sourabh Pathak

patrika

हमलावरों व हथियार की तलाश में जंगल की खाक छान रहे सुरक्षाकर्मी

रतलाम। उज्जैन जिले के सुंदराबाद-बडऩगर के बीच आरपीएफ के गश्ती दल पर हमला कर एके ४७ लूट के मामले में शुक्रवार को जांच के लिए उज्जैन डीआईजी डॉ. रमनसिंह सिकरवार रतलाम पहुंचे। यहां पर वे रेलवे अस्पताल पहुंचे और घायल एएसआई व प्रधान आरक्षक से घटना के संबंध में जानकारी जुटाई। दोनों से करीब डेढ़ घंटे तक पूछताछ कर डीआईजी ने जानकारी जुटाई और फिर लौट गए।
ड्यूटी कर रहे सुरक्षाकर्मियों पर हमले व हथियार लूट को लेकर दूसरे दिन भी पुलिस व आरपीएफ का संयुक्त दल ने कई स्थानों पर दबिश दी लेकिन उसके हाथ कुछ नहीं लगा। वहीं दूसरी और जांच के लिए रतलाम आए उज्जैन डीआईजी ने एएसआई कमलेश शर्मा व प्रधान आरक्षक राकेश कुशवाह से कई महत्वपूर्ण बिदुंओं पर जानकारी जुटाई, जिसके आधार पर वह आगे की कार्रवाई कर सके। घायल सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ के दौरान रतलाम एसपी गौरव तिवारी, एएसपी प्रदीप शर्मा भी मौजूद रहे।
दस वर्ष सक्रिय बदमाशों की धरकपड़
डीआईजी सिकरवार ने बताया कि घटना के बाद से बीते दस वर्ष से रतलाम, इंदौर व उज्जैन जिले में सक्रिय आपराधिक जनजाति के लोगों की तलाश की जा रही है। वहीं संदिग्धों को पकड़ उनसे भी पूछताछ चल रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस जानकारी पुलिस के हाथ नहीं लग सकी है। घायलों ने जो बताया है अब उसके आधार पर भी जांच को आगे बढ़ाया जाएगा। पुलिस का दावा है कि वह जल्द ही अपराधियों को ढूंढ निकालेगी और उनसे हथियार भी जब्त कर लेगी।
टे्रक की सुरक्षा को बढ़ाया
रतलाम से लक्ष्मीबाई नगर तक चल रहे रेलवे के ट्रेक पर विद्युतीकरण के कार्य के दौरान दो बार बदमाश बिजली के तार काट कर चुरा ले गए है। वहीं अन्य सामान भी चोरी हो चुका है, जिसके चलते रेलवे ने ट्रेक पर काम चलने तक रात्रि गश्त के लिए सुरक्षाकर्मियों को पेट्रोलिंग पर लगाया है, जिससे की बदमाश इस तरह की वारदातों को अंजाम न दे सके, लेकिन उसके बाद भी बदमाशों ने इस तरह की वारदात को अंजाम दे दिया।
इनका कहना है
जारी है जांच
– घायल सुरक्षाकर्मियों के बयान लिए गए है। आपराधिक जनजाति के जो लोगों ने वारदात की है। संभवत: भेड़ या तार चोरी के लिए आए थे बदमाश, लेकिन सामना आरपीएफ के गश्ती दल से हो गया था। पकड़े गए उनके एक साथी को छुड़ाने के लिए उन्होने सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया था। सुरक्षाकर्मी रायफल से अटैक न कर दे, इस डर से वह एके-४७ लेकर भागे होंगे, सर्चिंग जारी है।
डॉ. रमनसिंह सिकरवार डीआईजी, उज्जैन
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो