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आरटीओ का फर्जीवाड़ा: ऐसी दुकान जहां ज्यादा पैसे देकर ड्राइविंग लाइसेंस बन जाते थे आसानी से

आरटीओ का फर्जीवाड़ा: ऐसी दुकान जहां ज्यादा पैसे देकर ड्राइविंग लाइसेंस बन जाते थे आसानी से

रतलामJan 30, 2019 / 06:16 pm

Yggyadutt Parale

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आरटीओ का फर्जीवाड़ा: ऐसी दुकान जहां ज्यादा पैसे देकर ड्राइविंग लाइसेंस बन जाते थे आसानी से

जिला परिवहन कार्यालय का लिपिक रवींद्र चढ़ा पुलिस के हत्थे, २०१७ में झालानी यातायात एजेंसी पर मिले थे जिला परिवहन कार्यालय की फाइलें और दस्तावेज
रतलाम। महू रोड स्थित झालानी यातायात एजेंसी पर दो साल पहले जिला प्रशासन द्वारा की गई छापामारी में मिले जिला परिवहन विभाग के लोगो, फाइलें और दस्तावेजों की जब्ती के मामले में करीब दो साल बाद एक और जिला परिवहन विभाग के एक और लिपिक रवींद्र पिता फकीरचंद बिरवाल निवासी १७ जैन कॉलोनी मंदसौर को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है। लिपिक को पुलिस ने शाम को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे ५ फरवरी तक जेल भेज दिया है। इस मामले में एक और आरोपी अभी भी फरार चल रहा है। यह आरोपी शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त हो चुका है। स्टेशन रोड थाने के सब इंस्पेक्टर जेआर जामोद ने बताया आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कार्यालय के बाहर ही तैयारी की गई थी। जैसे ही वह कार्यालय पहुंचा उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

जिला प्रशासन पहुंचा था ग्राहक बनकर
१४ फरवरी को जिला प्रशासन की टीम झालानी यातायात पर ग्राहक बनकर पहुंची थी। तत्कालीन एसडीएम सुनील झा के साथ पहुंची टीम ने यहां से बड़ी मात्रा में विभिन्न प्रकार की सीलें, सैंकड़ों की संख्या में लर्निंग और स्थायी लाइसेंस के साथ ही परिवहन कार्यालय के कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए थे। यातायात एजेंसी के संचालक ने लर्निंग लाइसेंस के नाम पर लोगों से मनमानी वसूली कर रखी थी। इसकी शिकायत पूनम विहार कॉलोनी निवासी वैभवसिंह जादौन ने जिला प्रशासन को की थी। इसके बाद टीम ने यहां छापामार कार्रवाई करते हुए एजेंसी के कार्यालय को सील कर दिया था। इसके बाद अगले दिन १५ फरवरी को पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया था।

इन धाराओं में दर्ज हुआ था प्रकरण
पुलिस ने झालानी यातायात एजेंसी के संचालक सहित दो जिला परिवहन अधिकारी और दो दलालों पर प्रकरण दर्ज किया था। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा ४२०, ४६७, ४६८, ४७२ और ३४ में प्रकरण दर्ज किया था। जिला परिवहन कार्यालय के एक लिपिक सज्जनसिंह को पुलिस पहले ही १४ नवंबर २०१८ को गिरफ्तार कर चुकी है। इसके बाद जेल होने से विभाग ने उसे निलंबित कर दिया था। इसी मामले में एक अन्य आरोपी सेवानिवृत्त हो चुके विभाग के सहायक वर्ग दो रहे अमृतलाल जायसवाल की गिरफ्तारी शेष है। गिरफ्तार आरोपी रवींद्र ने स्वीकार किया था कि झालानी यातायात एजेंसी पर मिली फाइलों में से तीन पर उसके हस्ताक्षर हैं।

पीएम आवास में धांधली, सीईओ करेंगे जांच
जिला स्तरीय जनसुनवाई मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई। अपर कलेक्टर निशा डामोर तथा कामिनी ठाकुर ने आवेदनों पर संबंधित विभागों को निराकरण के निर्देश दिए। जनसुनवाई में 68 आवेदन पत्रों पर निराकरण के लिए निर्देश जारी किए गए है।
जनसुनवाई में ग्राम तंबोलिया के अंतरसिंह ने बताया कि घर में अग्नि दुर्घटना में उसकी पत्नी की मृत्यु हो गई थी आर्थिक सहायता दी जाए। रतलाम के भवानी नगर की रहवासी गेंद कुंवर ने बताया कि उसकी भूमि पर अन्य व्यक्ति द्वारा कब्जा कर लिया गया है, आवेदन एसडीएम शहर को प्रेषित किया गया। रतलाम के सुयोग परिसर की रहवासी संतोष शर्मा ने पति की बीमारी के उपचार के लिए आर्थिक सहायता की मांग की, आवेदन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को प्रेषित किया गया। चौरासी बड़ायला के दिनेश जोशी ने बताया कि ग्राम पंचायत चौरासी बड़ायला के सचिव ने पीएम आवास में धांधली तथा मध्यान्ह भोजन में भागीदारी की जा रही है। कार्रवाई के लिए सीईओ जिला पंचायत को लिखा गया।
आय का साधन नहीं, मांगी मदद
जनसुनवाई में रतलाम के नाहरपुरा की महिलाओं छोटी बाई, सुभान एवं जैबूना ने आवेदन दिया कि उनकी आय का कोई साधन नहीं है। भोजन एवं बीमारी उपचार के लिए कोई साधन नहीं है, अत: आजीविका के साधन उपलब्ध करवाए जाएं। आवेदन उपसंचालक सामाजिक न्याय को कार्रवाई के लिए प्रेषित किया गया। जनसुनवाई में रतलाम के बागड़ो का वास निवासी कुसुम शर्मा ने आवेदन दिया कि उनके वयस्क पुत्र का आकस्मिक निधन हो चुका है। उनके पति कई वर्षों से लापता है। वह दिल की बीमारी से ग्रस्त है। आजीविका का कोई साधन नहीं है, हर महीने 1500 रुपए की दवा लगती है। आर्थिक सहायता सामाजिक सुरक्षा पेंशन एवं रतलाम चिकित्सालय से दवाइयां उपलब्ध करवाएं। आवेदन उप संचालक सामाजिक न्याय को भेजा गया है।

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