स्कूल बसों में बच्चों की सुरक्षा के साथ अभिभावकों से वसूली जाने वाली बसों की फीस तय करने के लिए कलेक्टर व परिवहन विभाग की बैठक होना थी, जो आज तक नहीं हो सकी है। एेसे में नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने से बच्चों की स्कूल फीस के साथ बस की फीस स्कूल संचालकों ने मनमाने तरीके से बढ़ा दी है, जिस पर अब तक न तो प्रशासन ने ध्यान दिया है और न परिवहन विभाग ने।
बीते सत्र में हुई थी जांच
परिवहन विभाग ने गत शैक्षणिक सत्र जनवरी माह में बसों की जांच का अभियान चलाया था। ग्रामीण अंचल में कुछ दिनों तक पुलिस ने दिखावे की कार्रवाई की थी, जिसमें पुलिस द्वारा बसों चालक व परिचालकों को बसों को नियम से चलाने की हिदायत देकर छोड़ दिया था। उसके बाद बस ठीक हुई या नहीं ये न तो पुलिस ने देखा और न परिवहन विभाग ने। एेसे आज भी कई बसें जर्जर हालत में नियमों को तोड़ ग्रामीण अंचलों में दौड़ रही है।
जल्द शुरू होगा जांच अभियान
जल्द ही सभी स्कूलों की बसों की फिर से जांच की जाएगी। शहर की अधिकांश बसों की जांच हो चुकी है। ग्रामीण क्षेत्रों की बसों की जांच जल्द शुरू होगी। नियमों से हटकर कोई भी बस व अन्य स्कूली वाहन को सड़क पर नहीं चलने दिया जाएगा।
-जया वसावा, आरटीओ