केंद्र पर उपस्थित सर्वेयर संतोष परमार और वेयर हाउस कर्मचारी एहसान खान किसान की ट्राली पर पहुंचते हैं और चना देख पॉलीथिन में सेम्पल के लिए चने भी लेते हैं। इसके बाद किसान से कहते है कि चना पास नहीं होगा, ऐसे चने कैसे तौल सकते हैं हमे भी वरिष्ठ अधिकारियों का जवाब देना पड़ता है। इसके बाद दोनों वापस सेेम्पल लेकर वेयर हाउस पर चले जाते हैं। किसान असंमजस में ना तो फेल किया और ना ही पास किया, यह भी नहीं कहा कि घर जाओ। परेशान किसान ट्राली पर ही लेट गया।
पहले चना देखने आए दोनों चाचा और सर्वेयर ने फेल कर दी जब पत्रिका ने पूछा की क्या हुआ तो किसान कन्हैयालाल ने बताया कि दोनों ने सैम्पल लेकर गए और कहा कि चना पास नहीं होगा, घर जाने की भी नहीं कहां। कुछ देर बाद ट्राली का नंबर आता है। केंद्र प्रभारी की उपस्थिति में किसान के चने का रि सेम्पलिंग होता है और चना पास हो जाता है और चना तुलवा कर किसान रात 9 बजे करीब घर मथुरी भी चला जाता है। मथुरी के किसान कन्हैयालाल राठौड़ ने बताया कि पहले चना देखने आए दोनों चाचा और सर्वेयर ने फेल कर दी थी। कुछ भी लिखकर नहीं दिया की फेल है। चाचा और सर्वेयर नाटक कर रहे थे पहले, बगैर छलना लगाए बाद में तौल दी। बिल भी बन गया।
किसान लगाते रहे डीएमओ को फोन समर्थन मूल्य खरीफ फसलों को उपार्जन धराड़ सोसायटी के द्वारा करमदी स्थित वेयर हाउस पर किया जा रहा है। गुरुवार को हम्मालों की कमी के चलते धिमी गती से चले तौल कार्य के कारण कई किसान सुबह से शाम तक परेशान होते रहे और रात करीब ९ बजे बाद हिसाब करवाकर घर के लिए रवाना हुए। इस मध्य कई बार किसान बरबोदना के शांतिलाल पाटीदार, धराड़ के किसान बलराम पाटीदार, रिंगनिया के जयप्रकाश पाटीदार ने केंद्र से डीएमओ को हम्माल नहीं होने की शिकायत भी की, मेडम दिनभर एक ही बात कहती रही केंद्र पर बात करती हूं।
किसान की सहमति के बाद मिलेगा भोजन
करमदी वैयर हाउस धराड़ सोसायटी खरीदी केंद्र प्रभारी संजयसिंह राठौर ने बताया कि आज से किसान की सहमति पर भोजन उपलब्ध कराया जाएगा, ऐसे निर्देश मिले है। इसके लिए पहले किसान से सहमति लेकर रजिस्टर में इंट्री की जाएगी। इसके बाद भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
करमदी वैयर हाउस धराड़ सोसायटी खरीदी केंद्र प्रभारी संजयसिंह राठौर ने बताया कि आज से किसान की सहमति पर भोजन उपलब्ध कराया जाएगा, ऐसे निर्देश मिले है। इसके लिए पहले किसान से सहमति लेकर रजिस्टर में इंट्री की जाएगी। इसके बाद भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।