scriptकहीं गंदगी में न मिल जाए नंबर 1 का तमगा: चौराहों पर कचरा, डस्टबीन भी टूटे | swachh survekshan 2019 | Patrika News
रतलाम

कहीं गंदगी में न मिल जाए नंबर 1 का तमगा: चौराहों पर कचरा, डस्टबीन भी टूटे

कहीं गंदगी में न मिल जाए नंबर 1 का तमगा: चौराहों पर कचरा, डस्टबीन भी टूटे

रतलामJan 23, 2019 / 05:46 pm

Yggyadutt Parale

patrika

कहीं गंदगी में न मिल जाए नंबर 1 का तमगा: चौराहों पर कचरा, डस्टबीन भी टूटे

स्वच्छता सर्वेक्ष २०१९ को लेकर चल रही है तैयारियां और यहां निगम को नहीं है स्वच्छता की ही चिंता

रतलाम। स्वच्छता सर्वेक्षण २०१९ के लिए आसपास के शहरों में केंद्र का दल लगातार सर्वे कर रहा है जबकि रतलाम नगर निगम में अधिकारियों को ही पता नहीं है कि यहां सर्वे कब होगा। इस माह के शुरुआत में तो नगर निगम ने बड़े जोरशोर से शहर के चौराहों पर रंगोलियां बनाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी किंतु अब हालत यह है कि बाजार में और सार्वजनिक क्षेत्रों में लगाए गए डस्टबीन तक गायब हो चुके हैं। कुछ जगह तो उनकी हालत यह हो गई कि डस्टबीन स्वयं कचरा बन गए हैं। मुख्य बाजारों में नगर निगम ने दिखावे के लिए लगाए डस्टबीन खुद ही उठाकर गायब कर दिए या फिर नगर निगम में जमा कर लिए हैं। ऐसे में बाजारों में आम जनता कहां कचरा फैंके यह समस्या भी खड़ी हो गई है।

कंटेनरों का भी अता-पता नहीं
शहर के चौराहों पर या मोहल्लों के एक कार्नर पर कचरा कंटेनर रखे गए थे जो अब पूरी तरह से नदारद हैं। शहर के किसी भी मोहल्ले, कॉलोनी या चौराहे पर कोई कचरा कंटेनर बचा ही नहीं है। ऐसे में अपने घरों से निकलने वाला या सार्वनिक क्षेत्र में उपयोग के बाद कचरा फैंकने की समस्या लोगों के सामने खड़ी हो गई है। शहर के कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां लोगों को आज भी कचरा गाडिय़ों का इंतजार है किंतु वहां आज तक कचरा गाडिय़ां पहुंची ही नहीं है।

कभी आती है तो कभी नहीं
एक तरफ नगर निगम दावा कर रही है कि घर-घर से कचरा उठाया जा रहा है तो दूसरी तरफ कचरा गाडिय़ां भी सभी घरों तक पहुंच ही नहीं पा रही है। शहर की पॉश कॉलोनियों में भी कचरा गाडिय़ां कभी सुबह ११ बजे तक पहुंचती है तो कई बार आती ही नहीं है। ऐसे में लोग सार्वजनिक क्षेत्रों पर बने कचरे अड्डे पर ही कचरा डालकर नगर निगम के दावों की हकीकत बता रहे हैं। ज्ञात हो निगम की एक दर्जन कचरा गाडिय़ां इस समय खराब पड़ी है।

महापौर और आयुक्त में चल रहा है शीतयुद्ध
रतलाम नगर निगम में महापौर डॉ. सुनीता यार्दे और निगम आयुक्त एसके ङ्क्षसह के बीच शीतयुद्ध चल रहा है। इसका असर न केवल शहर की सफाई व्यवस्था वरन विकास कार्यों पर भी आसानी से देखा जा सकता है। महापौर खुद इस बात को स्वीकार कर चुकी है कि उन्हें निगम के अधिकारी समय पर जानकारी नहीं दे रहे हैं। यही नहीं शहर में होने वाले कार्यों की फाइलें तैयार पड़ी है किंतु अधिकारी इन पर कोई निर्णय नहीं कर इन्हें जबरन लटकाए रखे हैं।

कीटनाशक व दवाई पीने से तीन बीमार, अस्पताल में भर्ती
कीटनाशक दवाई, कीटनाशक दवाई के पात्र और चूहामार दवाई खाने से तीन लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। इनमें से एक महिला और दो किशोर हैं। सभी को प्राथमिक इलाज के बाद अलग-अलग वार्डों में भर्ती करके इलाज किया जा रहा है। पानी पीने के लिए गिलास या लोटा नहीं मिलने पर महिला ने कीटनाशक के डिब्बे से पानी पी लिया। पानी पीने के बाद महिला की तबीयत बिगड़ी और उसे जिला अस्पताल में भर्ती करना पड़ गया। पुलिस चौकी अस्पताल के अनुसार रामपुरिया निवासी टीना बाई पति प्रहलात उम्र २० साल को सुबह जिला अस्पताल लाया गया। उसने दिए बयान में बताया कि उसने कीटनाशक दवाई के डिब्बे को धोकर उससे पानी पी लिया। इससे उसकी तबीयत खराब हो गई। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे भर्ती कर लिया है।
दवाई पीने से किशोर बीमार
१७ साल के किशोर को दवाई पीने से बीमार अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। अस्पताल स्थित पुलिस चौकी के अनुसार सिमलावदाखुर्द निवासी रघुनाथ पिता बाबूलाल गायरी उम्र १७ साल को जुआमार दवाई खाने के बाद तबीयत बिगडऩे पर परिजन जिला अस्पताल लाए। यहां डॉक्टरों ने उसका इलाज किया और उसे भर्ती कर लिया।
एक अन्य किशोरी भी
शिवगढ़ थाना क्षेत्र के खेरखूंटा निवासी एक अन्य किशोरी को कीटनाशक पीने से इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। पुलिस के अनुसार कृष्णा पिता कमलेश वसुनिया उम्र १५ साल को परिजन दोपहर में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां उसका इलाज किया गया और डॉक्टरों ने उसे फीमेल मेडिकल वार्ड में भर्ती कर लिया।

Home / Ratlam / कहीं गंदगी में न मिल जाए नंबर 1 का तमगा: चौराहों पर कचरा, डस्टबीन भी टूटे

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो