बुरहानपुर से आए नईम अख्तर खादमी ने जैसे ही सुनाया कि…तरक्कियों की दोड़ में उसी का जोर चल गया…बना के अपना रास्ता जो भीड़ से निकल गया…सुलग उठेंगे जाने कितने दिल हसरत की आग से…अगर हवा के सामने मेरा चिराग जल गया…। इस पर श्रोताओं जमकर वाह-वाह कर अभिवादन किया। इंदौर से आए एहमद निसार ने जैसे ही अपना शेर…जमीं पे जब कोई जर्रा चमकने लगता है…तो चांद तारों को वह भी खटकने लगता है। बना के देखा है कागज पे मैने दिल अपना…के नाम लिखते तेरा धड़कने लगता।। सुनाकर खुब दाद बटोरी। कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों ने मुशायरा का आगाज चिराग रोशन कर किया। मदार चिल्ली शैरानीपुरा स्थित हजरत दादा मदार (रअ) के उर्स अवसर पर शुक्रवार की देर रात मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी, संस्कृति विभाग के तत्वावधान में आयोजित शायरी श्रोताओं जमकर आनंद उठाया।
शायरों ने एक से बढ़कर एक शायरी पढ़कर मोहब्बत का पैगाम दिया। शायर हसीब सोज बदायंू, एजाज अंसारी दिल्ली, अज्म शाकरी गंजडुंडवारा, इकबाल अशहर दिल्ली, विजय तिवारी भोपाल, सिराज शोलापुरी, डॉ. जिया राना उज्जैन, मुमताज नसीम दिल्ली, शब्बीर राही, फैज रतलामी, सि²ीक रतलामी ने भी अपनी शायरी पेश की। मुशायरे का संचाल नदीम फर्रूख एटा ने किया। इस मौके पर सलीम मेव पार्षद, सईद कुरैशी आदि बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
उर्स कमेटी के अध्यक्ष सईद कुरैशी बताया कि 4 फरवरी को शाम 5 बजे दरगाह से चादर का जुलूस निकाला जाएगाएजो शहर के विभिन्न मार्गो से होता हुआ शैरानीपुरा स्थित दादा मदार की दरगाह पर वापस आएगा और कमेटी की जानिब से चादर पेश की जाएगी। रात 10 बजे हिन्दुस्तान के मशहूर कव्वाल मुबीन नियाजी और उनके साथी अपना कलाम पेश करेंगे।