शिवशंकर कॉलोनी निवासियों द्वारा बिना किसी अनुमति के पीएम आवास योजना के फ्लैट्स पर लगे सरकारी ताले तोड़कर कब्जा कर लिया गया है। उन्होंने इन फ्लेटों में अपना सामान भी रखा है ओर खुद के ताले भी लग दिए । आश्चर्य की बात तो यह है कि इस बारे में निगर के अधिकारियों को बिल्कुल भी जानकारी नहीं है।
जानकारी के अनुसार बीते कई दिनों से फ्लैट्स पर किए जा रहे इन अवैध कब्जों की नगर निगम को भनक तक नहीं लग पाई। खुलासा तब हुआ जब रेलवे के हटाए जाने से प्रभावित हितग्राही परिवार जल्द फ्लैट आवंटन की गुहार लेकर मंगलवार को कलेक्टोरेट पहुंचे। अफसरों से बात करने के दौरान ही कुछ लोगों ने फ्लैट्स पर कब्जा करने की जानकारी दी। यह सुनकर अफसरों के कान खड़े हो गए। सूचना मिलने पर सिटी इंजीनियर सुरेशचंद्र व्यास, सहायक यंत्री श्याम सोनी, इंजीनियर मनीष तिवारी अमला लेकर पहुंचे। पड़ताल की तो लगभग 60 फ्लैट्स पर अवैध कब्जा मिला। ताला लगाने वालों की बहुत तलाश की गई लेकिन कोई सामने नहीं आया। गड़बड़झाला समझ आने के बाद निगम के अमले ने फ्लैट्स के ताले तोड़कर सामान बाहर निकलवाया। साथ ही फ्लैट्स पर फिर से सरकारी ताले जड़ दिए गए। इस प्रकार दोपहर 3.15 बजे से शुरू हुई यह कार्रवाई रात 8 बजे तक चलती रही।
ताले तोड़कर फ्लैट्स में घुसे लोगों को जैसे ही बुधवार को नगर निगम के अमले ने बाहर निकालना शुरू किया, तो वे विरोध करने पर उतारू हो गए। हंगामा बढ़ता हुआ देख पुलिस बल बुलवाना पड़ा। इसके बाद निगम इंजीनियरों ने एक फ्लैट्स खाली करके ताला लगाया। इस दौरान कुछ महिलाओं ने रोते हुए गुहार लगाई कि रेलवे ने घर तोड़ दिए परिवार को लेकर कहां जाएंगे। इस पर अफसरों ने विधिवत फ्लैट्स लेने की बात कहकर पीछा छुड़ाया। अब निगम ने वहां चौकीदार नियुक्त करने का फैसला लिया है।