ओएमआर शीट से ली परीक्षा
मप्र राज्य ओपन स्कूल शिक्षा परिषद ने नौवीं कक्षा में प्रवेश के लिए रविवार को जो परीक्षा ली गई वह ओएमआर शीट के माध्यम से ली गई है। आठवीं के इन विद्यार्थियों को ओएमआर शीट पर परीक्षा देने में परेशानी तो हुई है, किंतु इन्हें छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा के पैटर्न की भी जानकारी हो गई है कि किस तरह परीक्षाएं होती है। परीक्षा केंद्रों में जिन पर्यवेक्षकों की ड्यूटी लगी थी उन्हें एक-एक विद्यार्थी को उनके रोल नंबर ओएमआर शीट में दर्ज करने के लिए मशक्कत करना पड़ी। हालांकि कुछ विद्यार्थियों ने बहुत आसानी से अपने रोल नंबर और अन्य जानकारियां उसमें अंकित कर दी।
मेरिट के आधार पर मिलेगा प्रवेश
परीक्षा के लिए जिले में नौ केंद्र बनाए गए थे। इनमें से तीन रतलाम शहर में थे जबकि शेष अन्य विकासखंडों में केंद्र बनाए गए थे। सभी परीक्ष केंद्रों पर सुबह पौने दस बजे से परीक्षा ली गई जो दोपहर 12.15 बजे तक चली। विकासखंडों के उत्कृष्ट स्कूलों में सीधे प्रवेश देने की बजाय मप्र राज्य ओपन स्कूल शिक्षा परिषद प्रवेश परीक्षा लेता है। इसमें मेरिट के आधार पर ही प्रवेश दिया जाता है। परीक्षा में अनुपस्थित रहे विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से बाजना विकासखंड के बालक उमावि उमावि में जिनका केंद्र था उसमें सबसे ज्यादा ३६ बच्चों की अनुपस्थिति दर्ज की गई है।
मप्र राज्य ओपन स्कूल शिक्षा परिषद ने नौवीं कक्षा में प्रवेश के लिए रविवार को जो परीक्षा ली गई वह ओएमआर शीट के माध्यम से ली गई है। आठवीं के इन विद्यार्थियों को ओएमआर शीट पर परीक्षा देने में परेशानी तो हुई है, किंतु इन्हें छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा के पैटर्न की भी जानकारी हो गई है कि किस तरह परीक्षाएं होती है। परीक्षा केंद्रों में जिन पर्यवेक्षकों की ड्यूटी लगी थी उन्हें एक-एक विद्यार्थी को उनके रोल नंबर ओएमआर शीट में दर्ज करने के लिए मशक्कत करना पड़ी। हालांकि कुछ विद्यार्थियों ने बहुत आसानी से अपने रोल नंबर और अन्य जानकारियां उसमें अंकित कर दी।
मेरिट के आधार पर मिलेगा प्रवेश
परीक्षा के लिए जिले में नौ केंद्र बनाए गए थे। इनमें से तीन रतलाम शहर में थे जबकि शेष अन्य विकासखंडों में केंद्र बनाए गए थे। सभी परीक्ष केंद्रों पर सुबह पौने दस बजे से परीक्षा ली गई जो दोपहर 12.15 बजे तक चली। विकासखंडों के उत्कृष्ट स्कूलों में सीधे प्रवेश देने की बजाय मप्र राज्य ओपन स्कूल शिक्षा परिषद प्रवेश परीक्षा लेता है। इसमें मेरिट के आधार पर ही प्रवेश दिया जाता है। परीक्षा में अनुपस्थित रहे विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से बाजना विकासखंड के बालक उमावि उमावि में जिनका केंद्र था उसमें सबसे ज्यादा ३६ बच्चों की अनुपस्थिति दर्ज की गई है।
विकासखंडवार विद्यार्थियों का ब्यौरा
परीक्षा केंद्र ——————- दर्ज विद्यार्थी ———– शामिल हुए ———– अनुपस्थित
माणकचौक क्रमांक एक ———– 410 —————- 368 —————- 42
जवाहर उमावि रतलाम ———— 390 —————– 355 —————- 35
महात्मा गांधी उमावि जावरा ——– 142 —————– 126 —————- 17
बालक उमावि सैलाना ———— 300 —————- 261 —————– 39
मॉडल स्कूल सैलाना ———— 193 —————– 173 —————– 20
बालक उमावि बाजना ———— 254 —————- 218 —————– 36
उमावि पिपलौदा —————- 163 —————- 148 —————— 15
उमावि आलोट —————– 154 —————- 139 —————— 14
उत्कृष्ट उमावि रतलाम ———— 609 —————– 561 —————– 48
कुल ———————— 2607 ————— 2341 —————– 266
परीक्षा केंद्र ——————- दर्ज विद्यार्थी ———– शामिल हुए ———– अनुपस्थित
माणकचौक क्रमांक एक ———– 410 —————- 368 —————- 42
जवाहर उमावि रतलाम ———— 390 —————– 355 —————- 35
महात्मा गांधी उमावि जावरा ——– 142 —————– 126 —————- 17
बालक उमावि सैलाना ———— 300 —————- 261 —————– 39
मॉडल स्कूल सैलाना ———— 193 —————– 173 —————– 20
बालक उमावि बाजना ———— 254 —————- 218 —————– 36
उमावि पिपलौदा —————- 163 —————- 148 —————— 15
उमावि आलोट —————– 154 —————- 139 —————— 14
उत्कृष्ट उमावि रतलाम ———— 609 —————– 561 —————– 48
कुल ———————— 2607 ————— 2341 —————– 266