यह हाल है रतलाम शहर की सैलाना बस स्टैंड लहसुन-प्याज मंडी के जहां फिर आवक अधिक होने के साथ सुबह से रात तक जाम जैसे स्थिति बार-बार बनती रही। कई किसान तो अपने वाहनों को अलग-अलग जगह पर खड़े करते नजर आए। कोई सैलाना बस स्टैंड महाराणा प्रताप चौराहे पर जगह खाली मिली तो वहां प्याज का टे्रक्टर खड़ा कर आया, कोई पॉवर हाउस रोड तो कोई सड़क पर खड़ा हो गया। जिससे यातायात बार-बार जाम होता रहा। जबकि 70 से अधिक ट्राली रविवार रात की महू-नीमच रोड स्थित कृषि उपज मंडी में खड़ी थी। आखिरकार दोपहर बाद मंडी प्रशासन ने पुलिस प्रशासन की व्यवस्था ली और आवागमन को दुरस्त करवाया। इसके बावजूद किसान सुबह से लेकर रात तक परेशान होते रहे। अनाज मंडी से रात्रि 9 बजे बाद मंडी खाली होने पर टोकन नंबर देकर छोड़ा गया।
14670 कट्टे प्याज-लहसुन की आवक
लहसुन-प्याज मंडी में 14670 के करीब प्याज के कट्टों की आवक रही, जो 50 से 705 रुपए क्विंटल के भाव बिके, इनका मॉडल भाव 450 रुपए क्विंटल रहा। इसी प्रकार4401 कट्टे लहसुन के थे जो 101 से 1949 रुपए प्रति क्विंटल के भाव नीलाम हुए, इसका मॉडल भाव 1057 रुपए प्रति क्विंटल रहा। कृषक एवं किसान नेता डीपी धाकड़ और राजेश पुरोहित बार-बार लग रहे जाम और मंडी में किसानों की प्रवेश नहीं देने की शिकायत पर मंडी पहुंचे। मंडी प्रांगण प्रभारी से बात कर प्याज मंडी को अनाज मंडी में ले जाने की बात कही, ताकि ये हर दिन की परेशानी खत्म हो। किसानों से धाकड़ ने पूछा कि नासीक प्याज कितना है और कब तक आएगा। इस पर किसानों को कहना था कि अब तक तो देशी प्याज आना बंद नहीं हुआ, नासीक के बाद फिर से एक माह बाद नया प्याज भी आ जाएगा।
लहसुन-प्याज मंडी में 14670 के करीब प्याज के कट्टों की आवक रही, जो 50 से 705 रुपए क्विंटल के भाव बिके, इनका मॉडल भाव 450 रुपए क्विंटल रहा। इसी प्रकार4401 कट्टे लहसुन के थे जो 101 से 1949 रुपए प्रति क्विंटल के भाव नीलाम हुए, इसका मॉडल भाव 1057 रुपए प्रति क्विंटल रहा। कृषक एवं किसान नेता डीपी धाकड़ और राजेश पुरोहित बार-बार लग रहे जाम और मंडी में किसानों की प्रवेश नहीं देने की शिकायत पर मंडी पहुंचे। मंडी प्रांगण प्रभारी से बात कर प्याज मंडी को अनाज मंडी में ले जाने की बात कही, ताकि ये हर दिन की परेशानी खत्म हो। किसानों से धाकड़ ने पूछा कि नासीक प्याज कितना है और कब तक आएगा। इस पर किसानों को कहना था कि अब तक तो देशी प्याज आना बंद नहीं हुआ, नासीक के बाद फिर से एक माह बाद नया प्याज भी आ जाएगा।
इनका कहना…
मंडी में जगह की कमी है, और प्याज की अधिक आवक के कारण जाम लग रहा था। पुलिस प्रशासन का सहयोग लेकर आवागमन चालू किया। मंडी खाली होते अनाज मंडी में खड़ी करीब 200 ट्राली को रात्रि 9 बजे बाद से प्रवेश दिया गया। सोमवार को प्याज और लहसुन के करीब 15 हजार से अधिक कट्टे मंडी में आए थे। राजेंद्रकुमार व्यास मंडी प्रांगण प्रभारी, रतलाम
दो दिन बाद करेंगे व्यापारी आरटीजीएस और एनईएफटी से भुगतान
राष्ट्रव्यापी मजदूर संघ एवं बैंकों की 8 व 9 जनवरी को हड़ताल संभावित होने से अनाज मंडी, लहसुन-प्याज मंडी एवं उपमंडी प्रांगण नामली में अपनी उपज विक्रय के लिए आने वाले कृषकों को उक्त दिनांक को नगद भुगतान व्यापारी द्वारा नहीं किया जाएगा। मंडी सचिव एमएल बारसे ने बताया कि कृषक बंधुओं एवं वाहन चालकों को सूचित किया जाता है कि दो दिन विक्रय उपज का भुगतान आरटीजीएस व एनईएफटी के माध्यम से दो दिन पश्चात बैंक खुलने पर ही व्यापारी द्वारा किया जाएगा। यदि कृषक उक्त परिस्थिति में सहमत हो तो ही अपनी उपज विक्रय के लिए मंडी प्रांगणों में लेकर आए, अन्यथा होने वाली असुविधा से बचे।
राष्ट्रव्यापी मजदूर संघ एवं बैंकों की 8 व 9 जनवरी को हड़ताल संभावित होने से अनाज मंडी, लहसुन-प्याज मंडी एवं उपमंडी प्रांगण नामली में अपनी उपज विक्रय के लिए आने वाले कृषकों को उक्त दिनांक को नगद भुगतान व्यापारी द्वारा नहीं किया जाएगा। मंडी सचिव एमएल बारसे ने बताया कि कृषक बंधुओं एवं वाहन चालकों को सूचित किया जाता है कि दो दिन विक्रय उपज का भुगतान आरटीजीएस व एनईएफटी के माध्यम से दो दिन पश्चात बैंक खुलने पर ही व्यापारी द्वारा किया जाएगा। यदि कृषक उक्त परिस्थिति में सहमत हो तो ही अपनी उपज विक्रय के लिए मंडी प्रांगणों में लेकर आए, अन्यथा होने वाली असुविधा से बचे।
भारसाधक अधिकारी प्रवीण फुलपगारे ने संभाला मंडी का कार्य
मध्य प्रदेश कृषि उपज मंडी अधिनियम के अन्तर्गत मंडी समितियों के कार्यकाल पूर्ण होने के बाद ७ जनवरी से भार साधक अधिकारी के रूप में अनुविभागीय अधिकारी प्रवीण फुलपगारे ने दोपहर में मंडी पहुंचकर कार्यभार संभाल लिया। मंडी कार्यालय में उपस्थित सचिव एमएल बारसे, सहायक सचिव सत्यनारायण गोयल, सब्जी मंडी प्रभारी राजेंद्रकुमार व्यास, सहायक उपनिरीक्षक मुकेश ग्रेवाल एवं अमृतलाल सांकला से अनाज, सब्जी एवं अन्य मंडियों की आवक वर्तमान सीजन और व्यवस्था के संबंध में चर्चा की। इस अवसर पर सचिव ने अधिकारी से मंडी गेट का सामने महूृनीमच रोड पर स्पीड ब्रेकर लगाने की बात रखे। सचिव ने कहा कि मंडी का सामने स्पीड से वाहनों को आवागमन होता है, इस संबंध में पहले भी मांग कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। इस पर भारसाधक अधिकारी फुलपगारे ने आश्वस्त किया है कि इस संबंध में शीघ्र चर्चा करेंगे। भारसाधक अधिकारी अब जब तक मंडी का कार्यभार संभालेंगे जब तक समिति के चुनाव न हो जाए और नवीन बोर्ड के सदस्य नहीं बैठ जाए।
मध्य प्रदेश कृषि उपज मंडी अधिनियम के अन्तर्गत मंडी समितियों के कार्यकाल पूर्ण होने के बाद ७ जनवरी से भार साधक अधिकारी के रूप में अनुविभागीय अधिकारी प्रवीण फुलपगारे ने दोपहर में मंडी पहुंचकर कार्यभार संभाल लिया। मंडी कार्यालय में उपस्थित सचिव एमएल बारसे, सहायक सचिव सत्यनारायण गोयल, सब्जी मंडी प्रभारी राजेंद्रकुमार व्यास, सहायक उपनिरीक्षक मुकेश ग्रेवाल एवं अमृतलाल सांकला से अनाज, सब्जी एवं अन्य मंडियों की आवक वर्तमान सीजन और व्यवस्था के संबंध में चर्चा की। इस अवसर पर सचिव ने अधिकारी से मंडी गेट का सामने महूृनीमच रोड पर स्पीड ब्रेकर लगाने की बात रखे। सचिव ने कहा कि मंडी का सामने स्पीड से वाहनों को आवागमन होता है, इस संबंध में पहले भी मांग कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। इस पर भारसाधक अधिकारी फुलपगारे ने आश्वस्त किया है कि इस संबंध में शीघ्र चर्चा करेंगे। भारसाधक अधिकारी अब जब तक मंडी का कार्यभार संभालेंगे जब तक समिति के चुनाव न हो जाए और नवीन बोर्ड के सदस्य नहीं बैठ जाए।