खिलाड़ी कर्मचारियों की शिकायत व उनकी गड़बडि़यां उजागर होने के बाद तात्कालीन कलेक्टर तन्वी सुंद्रियाल के निर्देश पर जिपं सीईओ ने इन्हें अपने से दूर कर दिया था, लेकिन कलेक्टर के बदलते ही यह खिलाड़ी कर्मचारी फिर से अपनी पुरानी कुर्सियों पर काबिज हो गए है। हालकि जब इन्हें हटाया गया था, उस समय सिर्फ दिखावे के लिए इनकी कुर्सी बदली थी, लेकिन काम ये लोग उस समय भी पुराना वाला ही करते थे।
नए आदेश के तहत अब अवकाश के दिन यदि कोई कर्मचारी या बाहरी व्यक्ति यहां पर आता है, तो उसे चौकीदार के पास मौजूद रजिस्टर में अपने आने का कारण स्पष्ट करना होगा। इसके अतिरिक्त जिपं पंचायत में अटैच किए गए सभी वाहनों को कार्यालयीन समय के बाद यहीं खड़ा रखने के लिए भी निर्देशित किया गया है।
जिला पंचायत में चल रही अनियमित्ताओं के लगातार उजागर होने से अब यहां के अधिकारी व कर्मचारियों को सीधे मीडिया से जुड़े लोगों से भी चर्चा नहीं करने के निर्देश जारी किए गए है। पत्र में स्पष्ट लिखा गया है कि कुछ अधिकारी व कर्मचारी सीधे तौर पर योजना से जुड़ी व अन्य जानकारी सीधे अनाधिकृत व्यक्तियों के साथ मीडियों को देते पाए गए है। एेसे में कोई भी सीधे तौर पर किसी को जानकारी नहीं देगा। इसके लिए सीधे जनसंपर्क विभाग से जानकारी भेजी जाएगी।