राजन और रोहिनी की शादी फरवरी महीने में हुई थी। उन दिनों दफ्तर में काम का दवाब था। राजन बताते हैं- हम चाहते थे कि परिवार की जिम्मेदारी आने से पहले ज्यादा से ज्यादा जगह घूम लें। मगर इसके लिए दफ्तर से लंबी छु्ट्टी मिलने की कोई उम्मीद नहीं थी। इसलिए हमने पारंपरिक हनीमून ट्रिप की जगह मेनी-मून को चुना। अब सब हमसे जानना चाहते थे कि मेनी-मून है क्या? दरअसल शादी के बाद हनीमून के लिए किसी एक जगह पर 8-10 दिन गुजारने की जगह आप शादी के पहले साल में काम से छोटी-छोटी छुट्टियां लेकर बहुत-सी जगहों पर घूमें। इस नए ट्रेंड को मेनी-मून कहते हैं।
ताकि दफ्तर का काम न हो पेंडिंग रोमांस ट्रेवल स्टडी द नॉट के मुताबिक मेनी-मून कॅरियर के लिहाज से स्मार्ट कदम है। छोटी-छोटी छुट्टियां लेने से दफ्तर का काम पेंडिंग नहीं होगा। वेडिंग प्लानर बताते हैं- आज शादीशुदा जोड़ा नहीं चाहता कि एक ही समंदर के किनारे दस दिन बिताएं। वो चाहते हैं कि शादी के बाद का पहला साल अलग-अलग लोकेशन, स्वाद और कल्चर के साथ यादगार बनें। छोटे ट्रिप के साथ ज्यादा जगह घूमना आसान भी है और एडवेंचर्स भी।