उपछाया और सामान्य चंद्र ग्रहण में अंतर
इसे शास्त्रों के अनुसार 5 जून को लगने वाला चंद्र ग्रहण सामान्य चंद्र ग्रहण से अलग होगा। इसे उपछाया ग्रहण कहते है। इसमें कोई सूतक नहीं माना जाता और पूजा पाठ और खाने पीने पर कोई पाबंदी नहीं होती है। इस दौरान दान करने जैसा भी कोई नियम नहीं है।
जून में लगेंगे दो चंद्र ग्रहण
बता दें कि जून माह में दो ग्रहण लगने जा रहे हैं। पहला ग्रहण 5 जून को लगेगा और दूसरा 21 जून को। 21 जून को सूर्य ग्रहण लगेगा। 5 जून को लगने वाले ग्रहण को भारत के समेत यूरोप, अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया में देख सकेंगे।
कहते है चंद्र मालिंय
ज्योतिषियों के मुताबिक, उपछाया ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होता। इस प्रक्रिया में चंद्र ग्रहण जब लगता है तो उसके पहले चंद्रमा पृथ्वी की उपछाया में प्रवेश करता है। इसे चंद्र मालिंय और Penumbra कहते हैं। उपछाया में पूर्ण चंद्र ग्रहण नहीं पड़ता इसमें चंद्रमा सिर्फ धुंधला सा दिखाई पड़ता है।