दुश्मनी की वजह कुछ भी हो, लेकिन इसके कारण आपको कई परेशानिया झेलनी पड़ती हैं। शत्रु के कारण हर समय चिंता, डर और असुरक्षा सताती रहती है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं जिनके संबंध में मान्यता है कि इन्हें अपनाने से शत्रु कभी आपको नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे।
शत्रुओं को शांत करने के उपाय…
: अगर आपका कोई दुश्मन आपको बेवजह परेशान कर रहा है तो उससे छुटकारा पाने के लिए एक भोजपत्र पर लाल चंदन से उस व्यक्ति का नाम लिखें। इस पत्र को शहद की डिब्बी में भिगोकर रख दें। आपका शत्रु अपने आप शांत हो जाएगा।
: यदि कोई अपने दुश्मन को शांत करना चाहता है तो वह 38 दाने काली उड़द की दाल के और 40 चावल के दाने मिलाकर किसी गड्ढे में मिला दें। इसके ऊपर नीबू को निचोड़ दें। नीबू को निचोड़ते समय लगातार अपने शत्रु का नाम लेते रहें। इस उपाय के प्रभाव से आपका शत्रु शांत होगा और आपको कुछ भी अहित नहीं कर पाएगा।
: अगर कोई आपके पीछे पड़ा हुआ है और कैसे भी आपका अहित करना चाहता है तो नियमित हनुमान जी को गुड़ या बूंदी का भोग लगाएं। इसके अलावा हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान जी को लाल रंग का गुलाब का फूल चढ़ाएं और बजरंग बाण का पाठ करें।
: शुक्ल पक्ष के किसी भी बुधवार के दिन 5 गोमती चक्रों को अपने सिर के चारों ओर घुमाकर फेंक दें। इस टोटके के बाद आपके शत्रु आपको नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगें। यह एक तांत्रिक टोटका है।
: अगर आप अपने शत्रु को वशीभूत करना चाहते हैं या किसी से अपनी शत्रुता को खत्म करना चाहते हैं तो छोटी इलायची, लाल चंदन, सिंदूर, कंगनी, ककड़सिंगी से धूप बनाएं। अब रोज़ इस धूप को अपने शत्रु का नाम लेते हुए जलाएं। इस टोटके को करने के चंद दिनों के बाद ही आपको इसका असर दिखने लगेगा।
: अगर आप अपने शत्रु को सम्मोहित या वशीभूत करना चाहते हैं तो अपने गले में वैजयंती माला धारण करें। इस माला के प्रयोग से आप किसी को भी सम्मोहित कर सकते हैं। भगवान कृष्ण भी सदा वैजयंती माला पहने रहते थे। ये टोटका जरूर आपकी मदद करने में सफल रहेगा।
मोर पंख के फायदे…
तो चलिए अब बात करते हैं भगवान श्री कृष्ण को अति प्रिय मोर पंख की… पौराणिक काल में महर्षियों द्वारा इसी मोरपंख की कलम बनाकर बड़े-बड़े ग्रंथ लिखे गए हैं। वहीं घर मे मोर पंख का होना बहुत ही शुभ माना जाता है और इसके बहुत से फायदे भी हैं, आइये जानते हैं कि एक मोर पंख कितनी प्रकार की परेशानी को हल कर सकता है।
: जब व्यक्ति को पैसों की कमी हो रही होती है तो एक मोर पंख को अपनी जेब या पर्स में रखें और साथ ही जब भी इसे हाथ लगाएं तो माथे पर लगाते हुए श्रीकृष्ण को याद कर लें, ऐसा करने से पैसों की कमी नहीं होती।
: राहू दोष होने पर घर के बाहर उतर पूर्व की दिशा में मोर पंख को लगा दें और ऐसा करने से राहू का दोष दूर हो जाता है।
: अगर आपके वैवाहिक जीवन में तनाव है तो अपने शयनकक्ष में मोरपंख रखें, इससे पति पत्नी के बीच प्यार बढ़ता है।
: यदि शत्रुता समाप्त करनी हो या शत्रु तंग कर रहे हों, तो मोरपंख पर हनुमान जी के मस्तक के सिंदूर से उस शत्रु का नाम मंगलवार या शनिवार रात्रि में लिखकर उसे घर के पूजा स्थल में रखें व सुबह उठकर उसे चलते पानी मे प्रवाहित कर आएं।
: बुरी नजर से बच्चों को बचाने के लिए नवजात बालक को मोरपंख चांदी के ताबीज में पहनाएं।
: यदि मोर का पंख घर के पूर्वी और उत्तर-पश्चिम दीवार मे या अपनी जेब व डायरी में रखा हो तो राहू कभी भी परेशान नहीं करता है। मोरपंख की पूजा करें या हो सके तो उसे हमेशा अपने पास रखें। मोरपंख को घर में रखने से परिवार के सदस्यों की सेहत भी अच्छी रहती है।
शत्रु मुक्ति : राशि के अनुसार उपाय…
मेष: आम तौर मेष राशि वालों के शत्रु नहीं होते हैं। अगर इनके शत्रु होते हैं तो इसकी वजह धन हो सकती है। शत्रुओं को कम करने के लिए धन के लेन-देन में पूरी लिखा-पढ़ी रखनी चाहिए, साथ ही बुधवार को गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें।
वृषभ: इनके स्वभाव और वाणी के कारण इनके शत्रु बन जाते हैं, इनकी शत्रुता भी इनकी जिद के चलते बहुत लंबी चलती है। शत्रुता कम करने के लिए अपने क्रोध और जिद्दी स्वभाव का त्याग करें जिससे आपके शत्रु कम होंगे।
मिथुन: राशि वाले क्रोधी होते हैं और तुनकमिजाजी होते हैं इसलिए जल्दी ही इनकी शत्रुता हो जाती है। हालांकि इनकी शत्रुता जल्दी ही खत्म हो जाती है। शत्रुता ना हो इसके लिए तुरंत प्रतिक्रिया देने से बचें, मंगलवार को हनुमान जी के दर्शन जरूर करें।
कर्क: राशि वालों क बहुत गुप्त शत्रु होते हैं लेकिन इनके व्यक्तित्व की वजह से शत्रु इनका कुछ बिगाड़ नहीं पाते हैं। शत्रुता कम करने के लिए भावनाओं के चक्कर में पड़ने से बचें, हर गुरुवार को पीला तिलक लगाएं।
सिंह: राशि के शत्रु बहुत ताकतवर होते हैं। इनकी शत्रुता और मित्रता दोनों ही भारी होती हैं। इन्हें हर बात को गंभीर होने से बचना चाहिए। साथ ही साथ पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का एक दीपक भी जलाना चाहिए।
कन्या: कन्या राशि वाले जल्दी अपने शत्रु नहीं बनने देते हैं। ये अपनी बुद्धिमानी से शत्रुओं को नियंत्रित कर लेते हैं। इन्हें अपने शत्रुओं से बचने के लिए संतुलित व्यवहार करना चाहिए।शनिवार के दिन नीले रंग के वस्त्र पहनना शुरू कर दें।