2. लक्ष्य के प्रति जागरूक रहें: महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी का कहना है कि लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को यथार्थवादी और सत्यनिष्ठ रहना चाहिए। इसके लिए हर परिस्थिति में उसे सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। इससे मन स्वस्थ और पवित्र रहेगा और यही सुख शांति का स्रोत है। सच्ची प्रगति के लिए लक्ष्य के प्रति जागरूक रहें और आध्यात्मिक प्रयासों को करते रहें।
3. धैर्य और ज्ञान के साथ रास्ता बनाएं: गुरुदेव श्री श्री रविशंकर का कहना है कि दुनिया मतभेदों से भरी है, इसमें तर्क अनिवार्य हैं। लेकिन धैर्य और ज्ञान के साथ कुशलतापूर्वक अपना रास्ता बनाना चाहिए।
4. भीतर की शांति को महसूस करें : यूरोपीय संसद ब्रुसेल्स में मानसिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं पर व्याख्यान में गुरुदेव श्रीश्री रविशंकर ने बताया कि जब मन शांत और स्पष्ट होता है तब लोग जीवन की अंतरसंयोजनात्मकता के प्रति गहरी समझ रखते हुए बेहतर निर्णय ले पाते हैं। इसके लिए व्यक्ति को अपने भीतर की शांति का अनुभव करना होगा, जो हमारी श्वास में ही मौजूद है। गुरुदेव श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि हमारी श्वास में भावनाओं और विचारों को विनियमित करने, चिंता को कम करने और तनाव को दूर करने की शक्ति है।