1. ज्योतिष शास्त्र में पितृ दोष को भी संतान सुख न मिलने का एक कारण माना गया है। इसलिए कुंडली में पितृ दोष हो तो हर अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण करें और चावल की खीर बनाकर अपने पितरों के मंदिर में चढ़ाएं।
2. कुंडली में देव गुरु बृहस्पति को मजबूत करके भी संतान प्राप्ति की संभावना बढ़ती है। इसके लिए संतान सुख की चाह रखने वाले पति-पत्नी को अपने कमरे में बाल कृष्ण की तस्वीर लगाने के साथ ही रोजाना कृष्ण भगवान को माखन मिश्री का भोग लगाना चाहिए और फिर साथ में इसे प्रसाद रूप में ग्रहण करें।
3. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 21 गुरुवार तक केले के पेड़ का पूजन करना और गुड़ चने का भोग लगाना भी शुभ फल प्रदान कर सकता है।
4. जिन लोगों को संतान सुख नहीं मिल पा रहा है वे दंपति 11 प्रदोष व्रत रखें और हर व्रत वाले दिन पति-पत्नी साथ में रुद्राभिषेक करें।
5. अगर सूर्य ग्रह संतान प्राप्ति में अड़चनें पैदा कर रहा है तो इसके लिए घर में हरिवंश पुराण का पाठ करवाना लाभदायक माना जाता है। इसके अलावा कुंडली में सूर्य ग्रह को प्रबल करने के लिए सूर्य के बीज मंत्र का जाप करें।
6. शनि ग्रह की शांति के लिए शनि ग्रह के बीज मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है। साथ ही ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक शनिवार के दिन साबुत उड़द दाल, सरसों के तेल, नीला रंग का फूल और काले रंग के कपड़े आदि का दान करना भी संतान प्राप्ति में आने वाली बाधाओं को दूर कर सकता है।