ये भी पढ़ें- जयंती विशेष : देवी धूमावती की उत्पत्ति कैसे हुई? ऐसा नहीं है कि जो यात्रा कर रहे हैं सिर्फ वे ही हनुमान जी का ध्यान करें। उनके सगे-संबंधी भी उनकी सुरक्षित, सफल और आरामदेह यात्रा के लिए पवनपुत्र हनुमान जी से प्रार्थना कर सकते हैं।
इसके अलावे अगर कोई पहली बार हवाई यात्रा कर रहा है तो वह सबसे पहले बजरंगबली के सामने शीश नवाएं। इसके साथ ही बार-बार हवाई यात्रा के शुभ योग और अवसर की कामना करें।
माना जाता है कि पवन देव अपने पुत्र हनुमान जी से विशेष स्नेह रखते हैं। कहा जाता है कि अगर हनुमान जी खुश रहेंगे और उनता आशीष मिलेगा तो आपकी हवाई यात्रा निश्चित तौर सफल और आनंदपूर्वक होगी।
ये भी पढ़ें- बरसेगा धन, चमकेगा भाग्य… बस एक बात पर रखें ध्यान इन सबके अलवे जब किसी नए शहर की धरती पर पहली बार कदम रखें तो बजरंगबाली का नाम लें। ऐसा करने से वहां की हवा अपके अनुकूल बनाने में हनुमान जी मदद करेंगे। इसके अलावे ‘प्रविसि नगर कीजे सब काजा, हृदय राखी कौशलपुर राजा’ मंत्र का जाप करें। अगर आप इस मंत्र का जाप करते हैं तो वहां का वातावरण आपके अनुकूल होगा और जिस काम से आप गए हैं, वह सफल होगा।
इसके अलावा अगर हवाई यात्रा या विदेश यात्रा के योग नहीं बन रहे हैं, हनुमान जंयती के दिन बजरंगबाली को केसरिया ध्वाद अर्पित करें। ऐसा करने से हवाई यात्रा के योग बनेंगे।