शहर के भवानी मंदिर सोमवारा में फिलहाल यह व्यवस्था शुरू की गई है। यहां दर्शन के लिए जो भी श्रद्धालु आते हैं, वे अपनी इच्छानुसार क्यूआर कोड स्कैन करकर दान की राशि ट्रांसफर कर देते हैं। मंदिर समिति के रमेश सैनी ने बताया कि तकरीबन एक माह पहले यह व्यवस्था शुरू की गई है। कोरोना संक्रमण के चलते मंदिर की घंटी, दान पेटी आदि को लोग न छुएं, इसे देखते हुए यह व्यवस्था की गई है। पिछले एक माह में क्यूआर कोड के जरिए तकरीबन एक हजार रुपए की राशि आई है, इसके अलावा कई श्रद्धालु दान पेटी में भी पैसे डालते हैं।
शहर के प्राचीन बड़वाले महादेव मंदिर में भी पेटीएम क्यूआर कोड लगाया जा रहा है। मंदिर समिति के संजय अग्रवाल ने बताया कि इसके लिए सभी व्यवस्थाएं कर ली गई है। एक दो दिन में यहां भी क्यूआर कोड के जरिए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की व्यवस्था शुरू की जाएगी। आने वाले दिनों में सावन माह प्रारंभ होने वाला है, सावन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचते हैं। कोरोना को देखते हुए हमने ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे।