लेकिन हस्तरेखा शास्त्र के जानकारों के मुताबिक गुरु पर्वत के अलावा कहीं भी क्रॉस का निशान शुभ फल नहीं देता है। हाथ में मध्यमा उंगली या मीडिल फिंगर के ठीक नीचे का क्षेत्र शनि पर्वत कहलाता है। माना जाता है कि शनि पर्वत पर यदि क्रॉस का चिन्ह हो तो ऐसे लोगों को जीवन में लड़ाई-झगड़े में चोट काफी लगती है।
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हथेली में जीवन रेखा के प्रारंभिक स्थान से नीचे तथा शुक्र पर्वत के ऊपर फैला हुआ भाग मंगल पर्वत कहलाता है। ऐसे में जिन लोगों के मंगल पर्वत पर क्रॉस का चिह्न होता है वे लोग अक्सर विवाद एवं लड़ाई में फंसे रहते हैं।
वहीं सूर्य पर्वत पर क्रॉस का निशान होने पर यह जातक के मान-सम्मान को हानि पहुंचाता है और ऐसे लोगों को कारोबार में भी घाटे का भय रहता है।
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